उदयपुर में महिला की मौत के बाद ससुराल में हमला (फोटो सोर्स- जेएनएन)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उदयपुर जिले के बेकरिया थाना क्षेत्र के जाबुआ खुना गांव में मंगलवार देर रात करीब 11 बजे एक महिला की मौत के बाद पीहर पक्ष के 30-40 लोगों ने ससुराल पर हमला कर दिया।
आरोपियों ने कुल्हाड़ी, लाठी और बंदूक सहित हथियारों से लैस होकर पहले घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की। घर में मौजूद परिवार के लोग डर के मारे जंगल की तरफ भाग गए। आरोपियों ने घर में रखे गेहूं और मक्के से भरे कट्टे जलाकर 4 घरों में आग लगा दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई है जारी
सूचना मिलने पर बेकरिया थाना प्रभारी उत्तम सिंह मेड़तिया जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। घटना में शामिल 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। थानाधिकारी ने बताया कि घटनास्थल का जायजा लिया गया है और सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। आगजनी और लूटपाट के मामलों में जांच पूरी कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मांगा डेढ़ लाख रुपए का मौताणा
मृतका भूरी बाई गरासिया की मौत 5 सितंबर 2025 को जंगल में बेहोश पाई गई थी। परिजन उसे बेकरिया हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। मृतका के पति सोमाराम के अनुसार, पीहर पक्ष ने इस घटना के बाद 1.50 लाख रुपए मौताणे की मांग की। जब मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने घरों पर हमला किया।
आगजनी में घर में रखा सारा सामान राख
हमले में घर में रखे राशन, कपड़े और अन्य सामान जल गए। परिवार के सभी लोग सुरक्षित जंगल की ओर भाग गए। पीहर पक्ष ने घरों से कुछ सामान भी चुराया। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल बन गया है।
क्या है मौताणा
उदयपुर के आदिवासी इलाके में मौत या हत्या की घटना को लेकर एक पक्ष-दूसरे पक्ष से मौत के बदले आणा या पैसों की मांग करता है। उसे पूरा नहीं करने पर चढ़ोतरा यानी दूसरे पक्ष पर हमला और आगजनी कर देता है। उदयपुर संभाग के आदिवासी इलाके में यह बुराई अभी भी जारी है और पुलिस इस पर रोक लगाने में कामयाब नहीं हो पाती। यहां तक आदिवासी नेता ऐसे मामले रोकने की बजाय समझौता कराने में ही रुचि रखते हैं। |