बाढ़ से कटे नगला कोतल मार्ग पर बनेगा लघु सेतु। जागरण
संवाद सहयोगी, सहसवान । तहसील क्षेत्र के गांव नगला कोतल मार्ग बाढ़ में कट गया है। जिससे मार्ग पर आवागमन करने में परेशानी आ रही है। बताते हैं कि इस परेशानी से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी ने रास्ता निकाल लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फौरी तौर पर तो यहां पाइप लगाकर मिट्टी डाल दी जाएगी। जिससे आवागमन शुरू हो सके। लेकिन आगे के लिए परेशानी न हो इसलिए यहां पर लघु सेतु का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए पीडब्ल्यूडी के निर्माण खंड-2 की ओर से प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया गया है।
इतने गांवों के लोगों का होता है अवागमन
नगला कोतल से होकर गुजरने वाले मार्ग से लगभग 25 गांवों के लोग नियमित आवागमन करते है। लंबे समय से इस मार्ग पर लघु सेतु की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। लघु सेतु न होने के कारण लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और सुरक्षा संबंधी जोखिम भी बढ़ जाते हैं।
वर्तमान में बाढ़ का पानी आने से मार्ग भी कट गया है। वहां से अभी भी पानी बह रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए आवाजाही और भी कठिन हो गई है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और नगला कोतल के पास लघु सेतु निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार किया।
प्रस्ताव में बताया गया कि लघु सेतु बनने के बाद नगला कोतल, तोफी नगला सहित आसपास के 25 गांवों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। बताते हैं कि निर्माण के लिए प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है और जल्द ही स्वीकृति मिलने पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह लघु सेतु की लंबाई 30 मीटर और चौड़ाई सात मीटर होगी। इसके दोनों ओर एप्रोच रोड भी बनेगी। जिससे लोगों के आने-जाने में आसानी होगी और क्षेत्र का आवागमन सुरक्षित हो जाएगा।
इन गांवों के लोगों को मिलेगा लाभ
लघु सेतु के बनने से खुरवानपुर, नवाबगंज बेला, रसूलपुर, नसीरपुर, सुजाअतगंज बेला, भीकमपुर, धुबिया, अब्बू नगर, तोफी नगला, रज्जू नगला, औरंगाबाद, आसे नगला, जामिनी, मोहन नगला, खिरकवारी खाम, नगला बरन, जरीफपुर गढ़िया समेत 25 गांवों के लोग लाभान्वित होंगे। स्थानीय लोग इस लघु सेतु का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में सुविधा और सुरक्षा बढ़ेगी। |