अमन सेहरावत को एक साल के लिए WFI ने किया बैन।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले रेसलर अमन सेहरावत पर बड़ी कार्रवाई की है। WFI ने अमन को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है। इस बैन का एलान होने के साथ अमन अगले एक साल तक रेसिलंग से जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अमन ने पिछले साल पेरिस में हुए ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। वह सबसे कम उम्र में ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीय बने थे। अमन ने सिर्फ 21 साल 24 दिन की उम्र में ओलंपिक मेडल अपने नाम किया था।
ऐसे उठाया कदम
अमन सेहरावत को एक साल के लिए कुश्ती से बैन करने का फैसला भारतीय कुश्ती महासंघ ने सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके बिना खेले ही बाहर होने के बाद उठाया है। दरअसल, अमन को मेंस की फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लेना था। वह इवेंट के एक दिन पहले निर्धारित वजन सीमा से 1.7 किलो अधिक वजन पाये जाने के कारण बिना खेले ही अयोग्य करार दे दिए गए।
WFI ने भेजा लेटर
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार, WFI ने अमन को बैन करने के साथ उन्हें एक पत्र भी भेजा है, जिसमें लिखा कि आपको कारण बताओ नोटिस की तिथि से एक वर्ष की अवधि के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से निलंबित किया जाता है। यह निर्णय अंतिम है। निलंबन की अवधि के दौरान आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर डब्ल्यूएफआई द्वारा आयोजित या स्वीकृत किसी भी गतिविधि में भाग लेने या उससे जुड़ने से प्रतिबंधित किया जाता है।
जवाब की हुई समीक्षा
गौरतलब हो कि रेसलिंग से एक साल के लिए बैन किए जाने वाले अमन सेहरावत को भारतीय कुश्ती महासंघ ने 23 सितंबर 2025 को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। अब महासंघ ने कहा है कि अमन के जवाब को अनुशासन समिति ने अंसतोषजनक पाया, जिसमें 29 सितंबर को दिए गए आपके जवाब की विधिवत समीक्षा की।
एशियन गेम्स से हुए बाहर
इसके अलावा मुख्य कोच और सहायक कोचिंग स्टाफ से इस मामले में स्पष्टीकरण लिया गया था। इसके बाद कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का फैसला लिया गया। बता दें कि अमन अब साल 2026 में होने वाले एशियाई खेलों में भाग नहीं ले पाएंगे। टूर्नामेंट का आयोजन 19 सितंबर से 4 अक्टूबर तक होना है, जिसमें तब तक अमन का प्रतिबंध खत्म नहीं होगा। |