प्रत्याशियों को चुनाव खर्च में देना होगा प्रत्येक कार्य का हिसाब  
 
  
 
  
 
 जागरण संवाददाता, गोपालगंज। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को चुनाव खर्च में अपनी हरेक गतिविधि का हिसाब देना होगा। प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय में लगने वाली कुर्सियों से लेकर टेंट, चाय, नाश्ता, सभा के आयोजन की व्यवस्था, माइक, वाहनों का किराया, उसमें लगने वाले ईंधन सहित तमाम खर्च के एक-एक रुपये का हिसाब देना होगा।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
 इसके लिए निर्वाचन व्यय कोषांग का गठन किया गया है, अगर कोई प्रत्याशी किसी खर्च के बारे में जानकारी नहीं देता है तो वैसी स्थिति में गठित कोषांग को भी प्रत्याशी के खर्च में उस कार्यक्रम को जोड़ने का अधिकार होगा।   
 
  
 
 विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग राजनीतिक दलों या निर्दलीय प्रत्याशियों के वोट मांगने के तौर तरीके से लेकर तमाम गतिविधियों पर रखेगा। इन नियमों की अवहेलना राजनीतिक दल या निर्दलीय प्रत्याशी पर भारी पड़ सकती है।   
 
 जिला निर्वाचन कार्यालय ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने सभी उम्मीदवारों के लिए समान रूप से नियम तय किया है। इसके तहत वोट मांगने के तौर तरीकों से लेकर प्रत्याशियों के कार्यालय खोलने के स्थान, माइक आदि के प्रयोग को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं।   
 
  
 
 इस निर्देश के अनुसार धार्मिक स्थल या इसके इर्द-गिर्द सभा करने की अनुमति नहीं होगी। वोट मांगने के दौरान धर्म या संप्रदाय का नाम लेना भी प्रत्याशियों पर भारी पड़ेगा। चुनाव आयोग ने भ्रष्ट आचरण को लेकर भी प्रत्याशियों के लिए दिशानिर्देश जारी किया है।   
 उड़नदस्ता टीम जल्द प्रारंभ करेगी काम   
 
 विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन-तीन यानि पूरे जिले में 18 उड़नदस्ता टीम का गठन किया गया है। फ्लाइंग स्क्वायड की टीम आयोजित होने वाले तमाम कार्यक्रमों पर नजर रखेगी।   
 
  
 
 यह टीम प्रत्याशियों द्वारा बनाए गए चुनाव कार्यालय से लेकर आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के संबंध में भी अपनी रिपोर्ट देगी। गठित सभी टीमें अधिसूचना के साथ ही 10 अक्टूबर से सक्रिय हो जाएंगी।   
महिला जवान संभालेंगी कमान  
 
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जिले के सभी मतदान केंद्रों पर महिलाएं भी सुरक्षा की कमान संभालेंगी। महिला मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने हर मतदान केंद्र पर महिला बल की तैनाती का निर्णय लिया है।  
 
  
 
इसके अनुसार जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में बनाए गए 2373 मतदान केंद्रों पर पुरुष जवानों के साथ-साथ महिला पुलिस अफसर व बल की भी तैनाती रहेगी। जिससे मतदान के दौरान महिलाओं को भी उचित सुरक्षा मिल सकेगी।  
 
आदर्श आचार संहिता के अनुसार चुनाव कराने के लिए कई स्तर पर तैयारी अंतिम चरण में है। मतदान केंद्रों पर महिला बल की तैनाती को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। जिले में उपलब्ध महिला अफसरों व जवानों के साथ आवश्यकता पड़ने पर बाहर से भी महिला फोर्स को बुलाकर मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा।  
 
  
 
जिले में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या भी अच्छी है। एक हजार पुरुष पर 886 महिला मतदाता हैं। जिला निर्वाचन विभाग की ओर से प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार जिले में कुल 18 लाख 12 हजार 326 मतदाता हैं।  
 
जिनमें 09 लाख 60 हजार 857 पुरुष, 08 लाख 51 हजार 411 महिला और 58 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। मतदान केंद्रों पर महिलाओं के लिए अलग से कतार लगेगी। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, नगर निकाय अथवा पंचायत का चुनाव।  
 
  
 
हर चुनाव में महिला मतदान का प्रतिशत पुरुष मतदान प्रतिशत से अधिक ही रहता है। एक ही परिवार की सास, बहू व ननद सहित बेटी व बहन सभी मतदान करने में काफी उत्साह दिखाती हैं। |