अब हर मददगार बनेगा \“राह-वीर\“, मिलेगा सम्मान। (सांकेतिक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा में सड़क हादसों में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले जागरूक नागरिकों को अब ‘राह-वीर’ योजना के तहत सम्मानित किया जाएगा। यह योजना परिवहन विभाग की एक पहल है, जिसका उद्देश्य सड़क हादसों के बाद के \“गोल्डन आवर\“ यानी पहले एक घंटे के भीतर घायलों को चिकित्सा सहायता दिलाना व उनकी जान बचाना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जिला परिवहन विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति सड़क हादसे में घायल को ट्रामा सेंटर या अस्पताल तक पहुंचाता है, तो उसे राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा, चाहे घायल की बाद में मृत्यु ही क्यों न हो। शासन ने स्पष्ट किया है कि यदि मौत की वजह सड़क हादसा है, तो मददगार को ‘राह-वीर’ का दर्जा मिलेगा।
एआरटीओ प्रवर्तन डॉ.उदित नारायण पांडेय ने बताया कि राह-वीर योजना का उद्देश्य आम जनता को जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना है कि वे हादसों के बाद घायलों की मदद करने में झिझकें नहीं। सरकार मददगार को कानूनी सुरक्षा भी देती है, ताकि कोई व्यक्ति सहायता करने से डरे नहीं।
पांच गुना बढ़ा इनाम
पूर्व में सड़क हादसों में घायलों को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने पर पांच हजार रुपये का इनाम मिलता था। यह इनाम राशि अब राह-वीर योजना के तहत 25 हजार रुपये कर दी गई है। अगर कोई बडे हादसे होते हैं, जिनकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर होती है तो ऐसे हादसों में लोगों की राह-वीर को एक लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा।
कौन बन सकता है राह-वीर?
- कोई भी आम नागरिक जो हादसे के तुरंत बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करता है।
- गंभीर दुर्घटनाओं में जैसे सिर, रीढ़ की हड्डी की चोट या सर्जरी की स्थिति में मदद करना विशेष रूप से सराहनीय माना जाएगा।
- पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट में हादसे की पुष्टि होना आवश्यक है।
पहले सड़क हादसों और उनमें हुई मौत
वर्ष हादसे मौत
2021
798
368
2022
1,122
437
2023
1,176
470
2024
853
331
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