उद्योगों में भविष्य के रोजगार अवसरों का खाका तैयार करेगी सरकार।  
 
  
 
  
 
विवेक राव, लखनऊ। प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार और कौशल विकास से जोड़ने के अपने मिशन को नई रफ्तार देने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है।  
 
श्रम एवं रोजगार विभाग अब ‘रोजगार मिशन’ के तहत उद्योग जगत की शीर्ष संस्थाओं फिक्की (भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ), एसोचैम (एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री आफ इंडिया) और सीआइआइ (भारतीय उद्योग परिसंघ) के साथ साझेदारी कर रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
इस साझेदारी का उद्देश्य आने वाले वर्षों में उद्योगों में उत्पन्न होने वाले नए रोजगार अवसरों की सटीक पहचान करना और राज्य के युवाओं को इन अवसरों के अनुरूप प्रशिक्षित करना है।  
 
श्रम विभाग जल्द ही इन औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक आयोजित करेगा, जिसमें प्रदेश के औद्योगिक गलियारों, निवेश प्रस्तावों और सेक्टरवार विकास संभावनाओं का गहन विश्लेषण किया जाएगा। बैठक में यह तय किया जाएगा कि किन क्षेत्रों में कितने रोजगार सृजन की संभावनाएं बन रही हैं और किन सेक्टरों में युवाओं को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है।  
 
  
 
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, रोजगार मिशन के तहत यह पहल युवाओं को कौशल प्रशिक्षण, अप्रेंटिसशिप, स्वरोजगार और उद्योगों में प्रत्यक्ष रोजगार से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके साथ ही, औद्योगिक इकाइयों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने की नीति को भी मजबूती मिलेगी।  
 
श्रम विभाग का लक्ष्य है कि औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के बीच सीधा तालमेल स्थापित किया जाए, ताकि प्रदेश में निवेश और मानव संसाधन दोनों को समान गति मिल सके। इस दिशा में विभाग उद्योग जगत की जरूरतों के अनुसार कौशल विकास योजनाओं का समन्वय भी करेगा, ताकि युवाओं को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण दिया जा सके।  
 
  
 
इस रणनीति से न केवल प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विस्तार को गति मिलेगी, बल्कि लाखों युवाओं के लिए स्थायी और सम्मानजनक रोजगार अवसर भी सृजित होंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी।सरकार का लक्ष्य है कि इस पहल के माध्यम से देशभर में करीब तीन लाख युवाओं को रोजगार अवसर उपलब्ध कराए जाएं।  
 
श्रम एवं सेवायोजन विभाग के प्रमुख सचिव डा. एमके शन्मुगा सुंदरम ने बताया कि इस माह या अगले माह तक फिक्की, एसोचैम और सीआदआइ के प्रतिनिधियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी।  
 
  
 
इस बैठक से राष्ट्रीय स्तर पर उद्योगों में भविष्य में उत्पन्न होने वाले रोजगार अवसरों की सटीक जानकारी मिलेगी और दीर्घकालिक रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। यह कदम उद्योगों की मांग और युवाओं की तैयारी के बीच पुल का काम करेगा। इस प्रयास से न केवल इंडस्ट्री की मांगों की पूर्ति होगी, बल्कि प्रदेश और देश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे। |