जागरण टीम, लखनऊ। वृंदावन स्थित अवध विहार पुल पर बीते गुरुवार को संदिग्ध हालात में बाइक सवार कक्षा नौ के छात्र और छात्रा मरणासन्न हालत में मिले। राहगीर की सूचना पर दोनों को अपेक्स ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, जहां छात्रा गंभीर सिर की चोट के चलते कोमा में चली गई, जबकि छात्र के गले पर धारदार हथियार से वार के गहरे निशान मिले हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है और आइसीयू में इलाज चल रहा है। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस से सहपाठी और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाते हुए शिकायत की, कोई सुनवाई न होने पर सोमवार को थाने पहुंचकर हंगामा किया तो पुलिस ने जांच शुरु की।
सचिवालय में कार्यरत घायल छात्र रुशील के पिता मनोज कुमार ने बताया कि उनका परिवार रायबरेली रोड स्थित एल्डिको-2 में रहता है। रुशील आशियाना के रजनीखंड स्थित निजी स्कूल में कक्षा नौ का छात्र है।
गुरुवार 25 दिसंबर को स्कूल में अवकाश होने के कारण उसी स्कूल में पढ़ने वाले एक सहपाठी ने उसे बर्थडे पार्टी में शामिल होने के लिए फोन किया था। इसके बाद रुशील बाइक से घर से निकला। शाम करीब छह बजे तक संपर्क न होने पर परिजनों ने फोन किया तो बताया गया कि वह दोस्तों के साथ पलासियो माल में है।
करीब एक घंटे बाद दोबारा फोन करने पर एक सहपाठी छात्रा ने जानकारी दी कि एक ही बाइक पर सवार रुशील, उसकी दोस्त मानसी और वह खुद दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं।
परिजन जब ट्रामा सेंटर पहुंचे तो रुशील की हालत देख सन्न रह गए। उसके गले पर धारदार हथियार से कटने के गहरे निशान थे, जबड़ा फटा हुआ था, दांत टूटे थे और तालू भी क्षतिग्रस्त पाया गया। बाएं हाथ में भी गंभीर चोट थी, जिससे वह बेसुध था।
दूसरी ओर, छात्रा मानसी के सिर और शरीर में गंभीर चोटें थीं, जिसके चलते वह कोमा में चली गई। डाक्टरों के मुताबिक उसकी हालत बेहद नाजुक है।
परिजनों का आरोप है कि जो सहपाठी छात्रा बाइक पर साथ होने का दावा कर रही है, उसे केवल मामूली खरोंचें आईं, जबकि बाइक भी लगभग सुरक्षित हालत में मिली, जिससे हादसे की कहानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
किसी लड़की ने फोन कर दी थी सूचना
छात्रा मानसी की मां नीतू सिंह ने बताया कि वे आशियाना के रुचीखंड में रहती हैं। मानसी भी उसी स्कूल में कक्षा नौ की छात्रा है। जिस सहपाठी ने रुशील को पार्टी के लिए बुलाया था, उसी ने मानसी को भी आमंत्रित किया था।
शाम करीब छह बजे बेटी से संपर्क करने पर किसी अन्य लड़की ने फोन उठाकर दुर्घटना की सूचना दी। ट्रामा सेंटर पहुंचने पर मानसी कोमा में थी और डाक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई।
थाने पर हंगामा करने पर शुरु हुई कार्रवाई
पीजीआइ पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की तो सोमवार को दोनों घायलों के परिजन थाने पहुंचकर हंगामा किया। साथ ही सहपाठी व उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। घटना के बाद पार्टी के लिए बुलाने वाला सहपाठी लापता हो गया है, जबकि साथ होने का दावा करने वाली छात्रा के बयान बार-बार बदल रहे हैं।
परिजनों की तहरीर के आधार पर टीम गठित कर मामले की गहन जांच की जा रही है। सीसी फुटेज, काल डिटेल और चिकित्सकीय रिपोर्ट समेत सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जाएगी।
-ऋषभ यादव, एसीपी गोसाईगंज। |