हाई-टेक कैमरों के सामने डकैतों ने कैसे कर दिया हाथ साफ। फोटो- सीसीटीवी फुटेज
जागरण नेटवर्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एयरपोर्ट रोड पर कोहेफिजा क्षेत्र स्थित पॉश कॉलोनी सूरज नगर में डकैती की एक ऐसी वारदात देखने को मिली, जिसने सबको हैरान कर दिया। बदमाशों ने वरिष्ठ वकील अखिलेश श्रीवास्तव का घर खाली था, लेकिन घर में दो खतरनाक कुत्ते और वॉइस रिकॉर्डिंग हाई क्वालिटी कैमरे लगे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बदमाशों ने पहले कुत्तों के सामने मीट फेंका, जब मीट खाकर कुत्तों ने भौंकना बंद कर दिया तो हथियारों और औजारों से लैस नकाबपोश आठ डकैत दीवार एवं गेट फांदकर घर में घुसे और अंदर कमरों के ताले तोड़कर करीब 18 लाख रुपए नगद और लाखों रुपए कीमत के सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गए।
घटना 25 और 26 दिसंबर की दरम्यानी रात की है। वरिष्ठ वकील अखिलेश श्रीवास्तव के मुताबिक वह इलाज के लिए परिवार के साथ इंदौर गए थे। बदमाशों ने इसी का फायदा उठाया। यह चोरी महज एक संयोग नहीं, बल्कि पूरी तरह सुनियोजित साजिश थी। बदमाशों ने वारदात से पहले घर की सुरक्षा व्यवस्था और वहां मौजूद पालतू कुत्तों की गतिविधियों की बारीकी से रेकी की थी।
दो घंटे 24 मिनट में वारदात को दिया अंजाम
रात करीब डेढ़ से साढ़े तीन बजे के बीच हथियारों से लैस बदमाश घर में घुसे। उन्होंने पहले पालतू कुत्तों को मांस खिलाकर शांत किया, ताकि वे भौंक न सकें। इसके बाद गेट तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया और आराम से अलमारियों में रखे नकदी और जेवरात समेट लिए। बदमाश लोडिंग वाहन से आए थे।
सिर्फ इशारों में घटना को दिया अंजाम
श्रीवास्तव ने घर की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए अपने घर में वॉइस रिकॉर्डिंग वाले हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। मुख्य सड़क, मेन गेट और पोर्च एरिया समेत पूरा घर कैमरों की नजर में कवर होता है। कैमरों में पूरी वारदात भी कैद हुई है, जिससे चोरी के तरीकों का खुलासा हुआ।
पूरी वारदात के दौरान बदमाशों ने किसी का नाम नहीं लिया। इशारों में ही पूरी वारदात को अंजाम दिया। बदमाश अपने साथ एक इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स ले गए हैं। संभवत वह इसे डीवीआर समझ रहे हैं। हैं।
पुलिस की छापेमारी और गिरफ्तारी
हाई प्रोफाइल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने खुद जांच की कमान संभाली। जांच के लिए दो विशेष टीमें गठित की गईं। तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सोमवार रात छोला मंदिर, भानपुर और करोंद क्षेत्रों में सघन छापेमारी की।
इस दौरान वारदात में शामिल एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है, जिससे अज्ञात ठिकाने पर पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों और चोरी गए माल की बरामदगी कर ली जाएगी।
भोपाल पुलिस ने क्या कहा- यह किसी पेशेवर बाहरी गिरोह का काम है। सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध लोडिंग वाहन नजर आया है, जिसका उपयोग चोरी का सामान ले जाने में किया गया। मोबाइल टावर डंप, फास्टैग डेटा और सीसीटीवी कैमरों के जरिये बदमाशों के भागने के रूट को ट्रैक किया जा रहा है। इसके साथ ही घर में काम करने वाले पुराने और वर्तमान कर्मचारियों, ड्राइवरों और गार्डों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि रेकी करने वालों का सुराग मिल सके।
पुलिस की अब तक की कार्रवाई
- तकनीकी साक्ष्य: घटनास्थल से फिंगरप्रिंट और फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए गए हैं।
- सीसीटीवी मैपिंग: एयरपोर्ट रोड और मुख्य चौराहों के कैमरों से बदमाशों के मूवमेंट की जांच।
- सक्रिय गिरोह: जेल से हाल ही में छूटे हथियारबंद लुटेरों की कुंडली खंगाली जा रही है।
- अलर्ट: चोरी का सोना खपाने की आशंका में सराफा बाजार और ज्वेलर्स पर निगरानी बढ़ाई गई है।
- समन्वय: गिरोह की पहचान के लिए पड़ोसी जिलों की पुलिस से जानकारी साझा की गई है।
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