घाटशिला उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के लिए नामों की सूची पर प्रदेश नेतृत्व ने बात की।  
 
  
 
  
 
राज्य ब्यूरो, रांची। घाटशिला में होने वाले विधानसभा उप चुनाव के लिए 11 नवंबर को मतदान होना है। प्रदेश भाजपा यहां मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कह चुकी है।  
 
उप चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा चुनाव समिति की बैठक में तीन संभावित प्रत्याशियों के नामों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजने पर चर्चा की गई।  
 
भाजपा का संसदीय बोर्ड प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगा। उप चुनाव की घोषणा से एक दिन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू ने घाटशिला में भाजपा कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में प्रत्याशी पर उनकी राय जानी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
आदित्य साहू ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से बढ़े भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है। आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है, कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब है।  
 
भाजपा कार्यकर्ता इन्हीं मुद्दे को लेकर उपचुनाव में जाएंगे। बता दें कि घाटशिला के लिए पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन और भाजपा नेता रमेश हांसदा टिकट की लिस्ट में शामिल हैं।  
चम्पाई सोरेन की आदिवासी समाज में बनी है सक्रियता  
 
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को टिकट दिया था। वह झामुमो प्रत्याशी रामदास सोरेन से 22 हजार मतों से हार गए थे।  
 
  
 
चुनाव के बाद से ही चम्पाई सोरेन क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। उनके बेटे बाबूलाल सोरेन भी लोगों से मिल रहे हैं। हालांकि रामदास सोरेन के निधन से उपजी सहानुभूति लहर में भाजपा को झामुमो से और कड़ी चुनौती मिलेगी।  
 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उप चुनाव में सहानुभूति की बात नहीं मानते। उन्होंने कहा कि जनता राज्य सरकार को विकास विरोधी मानती है।  
 
जिन वादों के आधार पर सरकार ने उनसे वोट लिया था, वे पूरे नहीं हुए। ऐसे में भाजपा मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जीत हासिल करेगी। |