बिहार में एटीएस के पांच क्षेत्रीय केंद्र बनेंगे
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में राष्ट्रविरोधी और आतंकी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को और मजबूत किया जा रहा है। इसके तहत राज्य में एटीएस के पांच क्षेत्रीय केंद्र बनाए जाने की योजना है। ये क्षेत्रीय केंद्र पटना के अलावा गया, मोतिहारी, दरभंगा और पूर्णिया में स्थापित किए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय ने इससे संबंधित प्रस्ताव गृह विभाग को भेज दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर पुलिस महानिदेशक (एटीएस एवं विधि-व्यवस्था) पंकज दराद ने बताया कि इन क्षेत्रीय केंद्रों के गठन से खुफिया तंत्र को और सशक्त बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना समय की जरूरत है, खासकर सीमावर्ती और संवेदनशील जिलों में।
प्रत्येक क्षेत्रीय एटीएस केंद्र का नेतृत्व डीएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे। इन अधिकारियों की मुख्य जिम्मेदारी अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिलों से समन्वय स्थापित करना होगी। थानास्तर से सूचनाओं का संकलन, उनका विश्लेषण और समय रहते उच्च अधिकारियों तक रिपोर्ट पहुंचाना इन केंद्रों का प्रमुख कार्य होगा।
एटीएस के ये क्षेत्रीय केंद्र स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर काम करेंगे। इससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान शुरुआती स्तर पर ही हो सकेगी और समय रहते कार्रवाई संभव हो पाएगी। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इससे आतंकवाद, उग्रवाद और अन्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
सूत्रों के अनुसार, सीमावर्ती जिलों में अवैध गतिविधियों, संदिग्ध नेटवर्क और बाहरी तत्वों की घुसपैठ पर विशेष नजर रखी जाएगी। साथ ही सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से फैलने वाली राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की भी निगरानी की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय का मानना है कि एटीएस के क्षेत्रीय केंद्रों के गठन से सूचना तंत्र अधिक मजबूत होगा और राज्य में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में सहायता मिलेगी। यह पहल बिहार को सुरक्षा के लिहाज से और सतर्क व सक्षम बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। |