पेट्रोल पंप की आनलाइन पेमेंट में साइबर ठगी के गिरफ्तार आरोपित।
जागरण संवाददाता, नारनौल। साइबर क्राइम थाना नारनौल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर की गई आनलाइन पेमेंट से जुडे साइबर ठगी के मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने पेट्रोल पंप पर आनलाइन भुगतान की आड़ में साइबर ठगी की रकम ट्रांसफर करवाकर नकदी प्राप्त करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान कृष्ण व मनोज निवासी कोरियावास, आदित्य निवासी मुंडीया खेड़ा, युवराज निवासी सलूणी और जतिन निवासी मंडलाना के रूप में हुई है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सुमन फ्यूल पेट्रोल पंप नारनौल के प्रोपराइटर विकास कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थी।
मजबूरी बताकर सेल्समैन से लिया नकद
शिकायत में बताया गया कि 24 नवंबर को नवीन निवासी मेघपुर (राजस्थान) ने उसके पेट्रोल पंप पर 35,780 रुपये का आनलाइन भुगतान किया और मजबूरी बताकर पंप के सेल्समैन से बदले में नकद राशि ले ली। इसके कुछ दिन बाद पेट्रोल पंप का बैंक खाता होल्ड हो गया।
जांच करने पर पता चला कि उक्त ट्रांजेक्शन के संबंध में एनसीआरपी पोर्टल पर गुजरात में डिजिटल अरेस्ट की शिकायत दर्ज है, जिसके चलते यह खाता फ्रीज किया गया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कमीशन के आधार पर काम करते थे आरोपी
त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर पुलिस ने बीती रात पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ है कि आरोपित कमीशन के आधार पर काम करते थे। गिरफ्तार आरोपित कृष्ण के खाते में फ्रॉड की राशि सीधे प्राप्त हुई थी और उसके खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर पहले से ही तीन आनलाइन शिकायतें दर्ज पाई गई हैं।
ठगी की रकम को नारनौल और जयपुर के विभिन्न एटीएम से निकाला गया था। वहीं, गिरोह का एक अन्य सदस्य युवराज इसी वर्ष करनाल में भी साइबर ठगी के मामले में पहले गिरफ्तार हो चुका है। युवराज मुख्य रूप से साइबर ठगी में प्रयोग करने के लिए लोगों से बैंक खाते खरीदने और उन्हें आगे सप्लाई करने का काम करता है। आरोपितों से गहनता से पूछताछ कर न्यायालय में पेश किया गया। |