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एआई स्टार्टअप कंपनी गीगा के भारतीय मूल के सीईओ वरुण वुम्मादी। फोटो - X
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल के सीईओ वरुण वुम्मादी से फिरौती की मांग की जा रही है। उनका कहना है कि कुछ लोगों ने सैन फांसिस्को स्थित एआई स्टार्टअप कंपनी गीगा का संवेदनशील डेटा चुरा लिया है। इसके बदले जबरन वसूली की कोशिश की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वरुण वुम्मादी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि उनसे क्रिप्टोकरेंसी में 3 मिलियन डॉलर मांगे जा रहे हैं। ऐसा न करने पर डेटा लीक करने की धमकी दी गई है।
क्या है पूरा मामला?
वरुण वुम्मादी के अनुसार, “आरोपियों ने पहले ही ट्विटर पर झूठी और हानिकारक जानकारी पोस्ट की थी। वो डेटा को गलत तरीके से पेश कर सकते हैं। उन्होंने जनता के सामने झूठी जानकारी लीक करने की धमकी दी है। उन्होंने हमें एक अज्ञात क्रिप्टो खाता भी बताया है, जिसमें 3 मिलियन डॉलर (26 करोड़ रुपये) भेजने के लिए कहा गया है।“
पूर्व कर्मचारी ने लगाए आरोप
जेरेड स्टील समेत कंपनी के कई पूर्व कर्मचारियों ने गीगा पर राजस्व के आंकड़ों में हेरफेर करने, फॉर्च्यून 500 कंपनियों को रिश्वत देने और कर्मचारियों के साथ गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें 12 घंटे काम करना पड़ता था और इसके बावजूद उन्हें समय पर वेतन नहीं मिलता था।
वरुण वुम्मादी ने क्या कहा?
हालांकि, वरुण वुम्मादी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए झूठा डेटा पेश किया जा रहा है। कंपनी ने इसकी जानकारी जांच एजेंसियों को भी दी है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
IIT खड़गपुर से की थी पढ़ाई
बता दें कि 2023 में IIT खड़गपुर से पढ़ाई पूरी करने के बाद वरुण वुम्मादी और ईशा मणिदीप ने मिलकर गीगा कंपनी की नींव रखी थी। IIT की डिग्री हासिल करने के बाद ईशा को 150000 डॉलर की जॉब ऑफर हुई थी। वहीं, वरुण को स्टैनफोर्ट से पीएचडी करने के साथ 525000 डॉलर के क्वांट ट्रेडर के पद का ऑफर दिया गया था, लेकिन दोनों ने यह ऑफर ठुकराने के बाद गीगा की नींव रखी और पूरा ध्यान खुद के स्टार्टअप पर देने का फैसला किया। |
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