ग्रामीणों का मुख्यमंत्री सुक्खू को सौंपा पत्र। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, जवाली। पौंग बांध वन्यजीव अभयारण्य में बढ़ती अवैध गतिविधियों और बेसहारा गौवंश के साथ हो रही क्रूरता पर ग्रामीणों में आक्रोश है। जवाली और आसपास के गांवों के लोगों ने उपमंडल अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री सुक्खू को पत्र भेजकर मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ग्रामीणों ने पत्र में बताया कि राष्ट्रीय संपत्ति कहलाने वाला यह वेटलैंड अब भू-माफिया, शिकारियों और शरारती तत्वों का सुरक्षित अड्डा बन चुका है। लोगों ने बताया कि शिकारी वन्यजीवों को मारने के लिए आटे के गोलों में विस्फोटक सामग्री भरकर रख रहे हैं, जिसे खाने से कई गायों की मौत हो चुकी है।
क्षेत्र में जहरीला दाना डालकर बेरोकटोक शिकार किया जा रहा है। पत्र में ग्रामीणों ने कहा कि वन्यजीव विभाग की ढिलाई के कारण इन असामाजिक तत्वों को खुली छूट मिली हुई है।
इस पत्र के माध्यम से लोगों ने मुख्यमंत्री से दोषी शिकारियों और भू-माफिया के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाए जाने की मांग उठाई है। मुख्यमंत्री को यह मांग पत्र एसडीएम के माध्यम से सौंपने से पहले लोग जवाली में एकत्रित हुए और उपरोक्त घटनाओं को लेकर उनके द्वारा रोष जाहिर किया गया।
इस दौरान स्थानीय लोगों में नसीब सिंह गुलेरिया, मिल्खी राम शर्मा, मंगत राम, उजागर सिंह, भूपिंदर सिंह, देस राज, विजय सिंह, सुधीर कुमार, राजीव कुमार, दिनेश्वर सिंह, जबर सिंह, रविंद्र सिंह, विमला देवी, रजनी बाला सहित कई अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला जनहित से जुड़ा है और यदि सरकार ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। |