गुरुग्राम की 125 में से 34 सड़क के हिस्सों पर अत्यधिक धूल पाई गई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए चल रहे ऑपरेशन क्लीन एयर’ के तहत वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 26 दिसंबर को नगर निगम गुरुग्राम के अधीन 125 सड़कों के हिस्सों का व्यापक निरीक्षण किया। जांच में सड़क सफाई, धूल नियंत्रण और कचरा प्रबंधन को लेकर कई गंभीर खामियां सामने आई हैं, जिससे जमीनी स्तर पर तैयारियों की पोल खुल गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
निरीक्षण के दौरान सामने आया कि 125 में से 34 सड़क के हिस्सों पर अत्यधिक धूल पाई गई, जबकि 58 सड़कों पर मध्यम स्तर की धूल दर्ज की गई।
सिर्फ चार सड़कों पर नहीं मिली धूल
29 स्थानों पर कम धूल थी, लेकिन महज चार सड़कें ही ऐसी रहीं, जहां कोई धूल नहीं मिली। कई इलाकों में सड़कों के किनारे नगर निगम का ठोस कचरा और निर्माण एवं विध्वंस (सीएंडडी) मलबा जमा मिला, वहीं खुले में कचरा जलाने की घटनाएं भी दर्ज की गईं।
17 टीमों ने किया था निरीक्षण
आयोग की ओर से हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की 17 टीमों को इस निरीक्षण में लगाया गया था। टीमों ने जियो-टैग और समय-स्टैंप वाली तस्वीरों के साथ रिपोर्ट तैयार कर आयोग को सौंपी। रिपोर्ट में बताया गया कि आवासीय कालोनियों, आंतरिक सड़कों और प्रमुख मार्गों पर लगातार धूल जमाव और कचरा डंपिंग की समस्या बनी हुई है।
सीएक्यूएम नहीं दिए निर्देश, करना होगा समाधान
सीएक्यूएम ने स्पष्ट किया कि निरीक्षण के नतीजे बताते हैं कि नगर निगम को जमीनी स्तर पर अपनी कार्यप्रणाली को और मजबूत करना होगा। नियमित मैकेनिकल स्वीपिंग, समय पर कचरे का वैज्ञानिक निपटान, सक्रिय जल छिड़काव और खुले में जलाने पर सख्त रोक जैसे उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने की जरूरत है। आयोग ने कहा कि सड़कों को साफ और धूलमुक्त बनाए रखने के लिए निरंतर निगरानी और सख्त प्रवर्तन जरूरी है।
आयोग ने यह भी दोहराया कि आपरेशन क्लीन एयर के तहत ऐसे निरीक्षण अभियान एनसीआर में आगे भी जारी रहेंगे, ताकि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के प्रविधानों का सख्ती से पालन हो सके और प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके। |