बाघ और तेंदुओं के लिए 25 हेक्टेयर में उगेगा जंगल।
संवादसूत्र, लखीमपुर। बफरजोन में शनिवार को अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया है। पलिया में 12 हेक्टेयर और मझगई रेंज के मुर्गहा में 13 हेक्टेयर वन भूमि खाली कराई जा रही है। वन भूमि खाली कराने के बाद इस जमीन पर पौधारोपण कर बाघ-तेंदुओं के प्राकृतिक वास के लिए जंगल उगाया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उप निदेशक कीर्ति चौधरी का कहना है कि वन भूमि पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ चलाए गए अभियान में पहले विवाद रहित जमीनों पर कब्जा लिया जा रहा है।
दुधवा नेशनल पार्क के बफरजोन में अतिक्रमण के खिलाफ उपनिदेशक कीर्ति चौधरी ने अभियान चला रखा है। वन विभाग करीब 1400 हेक्टेयर उन जमीनों पर अभियान चला रहा है, जिसे लेकर कोई विवाद नहीं है।
मझगई रेंज के मुर्गहा में करीब 13 हेक्टेयर वन भूमि पर वर्षों से अवैध कब्जा कर गन्ना, लाही, गेहूं और धान की फसल बोई जा रही है। वन विभाग ने कब्जेदारों को कई बार नोटिस जारी की लेकिन वह जमीन नहीं खाली कर रहे थे।
इसके बाद वन विभाग ने तहसील प्रशासन के साथ मिलकर राजस्व और वन विभाग का संयुक्त सर्वे सीमांकन कराया। जिसके बाद वन भूमि की सीमा पर खाई खुदवाई गई। इसी तरह पलिया रेंज के पतवारा में शनिवार को वन विभाग की ओर से अभियान चलाकर करीब 13 हेक्टेयर वन भूमि के किनारे जेसीबी से खाई खुदवाई गई।
कब्जेदार वन भूमि पर वर्षों से फसल बो रहे थे, लेकिन जब वन विभाग ने अभियान चलाया तो कोई मौके पर नहीं पहुंचा। पतवारा में राजस्व विभाग की मदद से पहले ही सर्वे सीमांकन का कार्य पूरा कर लिया गया था। उप निदेशक का कहना है कि वन्यजीवों को ध्यान में रखते हुए जमीन खाली कराई जा रही है।
वन भूमि खाली कराने के बाद इस जगह पर पौधारोपण करा कर जंगल उगाया जाएगा ताकि बाघ, तेंदुए सहित अन्य वन्यजीवों को आबादी की ओर रुख न करना पड़े। वन विभाग और अतिक्रमित वन भूमि के संयुक्त सर्वे के लिए तहसीलों से संपर्क कर रहा है, ताकि जमीनों को खाली कराया जा सके। |