अपनी मां के साथ सारा अली खान (फोटो-इंस्टाग्राम)
एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। सारा अली खान (Sara Ali Khan) अभिनेता सैफ अली खान और उनकी पहली पत्नी अमृता सिंह की बेटी हैं। एक्ट्रेस इस बात पर अक्सर बात करती हैं कि उनकी मां ने उन्हें काफी हद तक अकेले पाला पोसकर बड़ा किया है। सैफ और अमृता साल 2004 में अलग हो गए थे जिसके कुछ साल बाद एक्टर ने करीना कपूर से शादी कर ली थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अमृता ने दोनों बच्चों को अकेले पाला
अब हाल ही में एक पॉडकास्ट में सारा ने अपनी ताकत, वुमनहुड और विशेषाधिकार के बारे में खुलकर बात की। सारा जब 9 साल की थीं तब अमृता और सैफ अलग हो गए थे तब उनके छोटे भाई इब्राहिम और सारा को अमृता ने अकेले ही पाला। सारा ने माना कि इस परवरिश ने उनका दुनिया को देखने का नजरिया ही बदल दिया। इसने खासकर समाज में महिलाओं की भूमिका और आवाज को, गहराई से प्रभावित किया है।
यह भी पढ़ें- धार्मिक यात्रा पर अभिनेत्री सारा अली खान, पहुंचेंगी उत्तराखंड के सबसे दुर्गम धाम
सोहा अली खान के पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए सारा ने एक सशक्त महिला की अपनी परिभाषा शेयर की। उन्होंने कहा,\“मेरे लिए, एक सशक्त महिला वह है जो अपनी बात कहने से नहीं डरती।\“ उन्होंने आगे कहा,\“आज समाज विकसित हो चुका है और महिलाएं अधिक स्वतंत्र हो गई हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इसकी शुरुआत भीतर से होती है। खुद को सशक्त बनाने की क्षमता, अपने विश्वासों के लिए खड़े होने की क्षमता और अपने हक के लिए आवाज उठाने की क्षमता - यही असली ताकत है।\“
मुझे अपनी बात कहने का अधिकार मिला
अपने पालन-पोषण पर विचार करते हुए, सारा अली खान ने अपने विशेषाधिकार को स्वीकार किया। उन्होंने कहा,\“मुझे हमेशा अपनी बात कहने का अधिकार मिला है। मुझे कभी खुद को चुप नहीं कराना पड़ा। घर में बड़े होते समय भी, सवालों और विचारों का हमेशा स्वागत किया जाता था। मैं नहीं जानती कि आवाज न होने का क्या मतलब होता है। यह हर किसी को नहीं मिलता, और उन लोगों को सलाम जो ऐसी दुनिया में रहते हैं जो हमेशा उनका साथ नहीं देती।\“
यह भी पढ़ें- Golmaal 5 में करीना कपूर और सारा अली खान की एंट्री? रोहित शेट्टी की फिल्म पर आया नया अपडेट |