LHC0088 • 2025-12-27 16:57:18 • views 69
जागरण संवाददाता, भिवानी। कल तक जो बांटते थे ज्ञान का उजाला, आज खुद परीक्षा की राह पर खड़े हैं, हाथ में पकड़ी है फिर से वही किताबें, प्रमोशन की खातिर गुरुजी फिर से पढ़े हैं। वर्षों बाद फिर वही छात्र वाला अहसास है, मन में थोड़ी घबराहट और थोड़ी सी आस है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
50 प्रतिशत की शर्त ने ऐसा चक्रव्यूह रचा कि गुरुजी को अपनी ही मेज अब लगती खास है। पदोन्नति और एसीपी के लाभ के लिए शैक्षणिक अनिवार्यता के फेर में फंसे 2580 शिक्षक एक बार फिर छात्र की भूमिका में नजर आएंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने शिक्षकों की मांग पर मर्सी चांस देते हुए 1990 से 2024 तक के उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दो विषयों में अंक सुधार का विशेष अवसर दिया है। यह परीक्षाएं 6 से 14 जनवरी के बीच आयोजित की जाएंगी।
क्यों बनी ऐसी स्थिति?
शिक्षा विभाग के नियमों के अनुसार, जेबीटी शिक्षकों की पदोन्नति के लिए 12वीं में 50 प्रतिशत अंक और संबंधित विषय में भी 50 अंक होना अनिवार्य है। इसी तरह टीजीटी और पीजीटी के लिए स्नातक/स्नातकोत्तर में भी यही शर्त लागू है। पुराने समय में भर्ती हुए कई शिक्षकों के अंक 45 प्रतिशत या उससे कम थे, जो अब उनकी पदोन्नति में बाधा बन रहे हैं। इसी समस्या के समाधान हेतु शिक्षक संगठनों ने बोर्ड से गुहार लगाई थी, जिसे स्वीकार करते हुए बोर्ड ने 10 हजार रुपये शुल्क के साथ आवेदन मांगे।
परीक्षा केंद्र और व्यवस्था
बोर्ड ने इस विशेष परीक्षा के लिए प्रदेशभर में छह परीक्षा केंद्र बनाए हैं, जिनमें दो बोर्ड मुख्यालय भिवानी और चार कमिश्नरी स्तर पर होंगे। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले शिक्षकों को बोर्ड की ओर से अलग से सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
सिलेबस को लेकर असमंजस
परीक्षा की तैयारी में जुटे गुरुजी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि परीक्षा पुराने पाठ्यक्रम से होगी या नए से। हालांकि, स्पष्टता के अभाव में अधिकतर शिक्षकों ने नए सिलेबस के अनुसार ही दिन-रात नोट्स और किताबों से तैयारी शुरू कर दी है। बहुविकल्पीय प्रश्न होने के कारण शिक्षकों को उम्मीद है कि वे इस बार 50 प्रतिशत की बाधा को आसानी से पार कर लेंगे।
12वीं (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) विशेष अंक सुधार परीक्षा 06 से 14 जनवरी तक होगी। जिसके लिए छह परीक्षा केंद्र बनाए गए है। शिक्षा बोर्ड ने मार्च-1990 से मार्च-2024 तक के 12वीं (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) के उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दो विषयों में अंक सुधार का विशेष अवसर दिया गया है। प्रो. डा. पवन कुमार, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड |
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