मेरठ में तंग गली में झुका पांच मंजिला मकान  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, मेरठ। शाहपीर गेट मोहल्ले में नियम-मानकों को ताक पर रखकर बना पांच मंजिला मकान एक तरफ को झुक गया है। इससे आसपास के मकानों को खतरा खड़ा हो गया है। अनहोनी की आशंका में सहमे पड़ोसी इसकी शिकायत नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन से कर चुके, लेकिन किसी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
सवाल यह है कि इतनी तंग गली में इतनी ऊंचाई का मकान बन कैसे गया। प्रभावित लोगों ने अब उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है। शाहपीर गेट के चोहट्टा निवासी साकिब पुत्र यामीन एसएसपी कार्यालय में फालोअर हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल, एसएसपी, नगर निगम से की गई शिकायत में बताया कि उनके मकान के सामने नदीम उर्फ गुड्डू ने कई साल पहले मकान बनाया था। अब इस मकान को पांच मंजिला बना लिया गया है।  
 
  
मात्र 52 गज जमीन में बना है मकान   
 
यह मकान मात्र 52 गज जमीन में बना है। कम जमीन में कई फ्लोर बना दिए जाने के कारण यह मकान साकिब के मकान की तरफ झुक गया है। साकिब का कहना है कि मकान झुकने के कारण कभी भी हादसा हो सकता है। यदि यह मकान उनके मकान पर गिर गया तो बड़ी अनहोनी हो सकती है। आसपास के अन्य मकानों को भी क्षति पहुंच सकती है।   
 
आरोप है कि शिकायत के बाद भी नगर निगम, पुलिस, जिला प्रशासन इस मामले का संज्ञान नहीं ले रहा है। हादसा हुआ तो स्थानीय अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे। अब पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।   
 
  
 
पहले भी हो चुका हादसा   
 
इसी मकान के पास रहने वाले सादाब हसन बताते हैं कि नदीम के मकान के चलते कभी भी अनहोनी हो सकती है। वह बताते हैं कि वर्ष 2018 में यह मकान किसी और का था। बाद में इसी नदीम ने खरीदा था। उस समय उक्त मकान में तुड़ाई कार्य के दौरान मलबा उनके मकान पर गिरा था। इससे उनका मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर ढह गया था। हादसे में उनके भाई की मौत हो गई थी। उस समय भी पुलिस से शिकायत की थी। शाहपीर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची थी और मकान मालिक को सख्त हिदायत भी दी थी।  
 
  
 
सादाब का कहना है कि तंग गली में उक्त मकान की ऊंचाई अत्याधिक होने के कारण कोई भी हादसा हो सकता है, मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं, मकान स्वामी नदीम का कहना है कि इस मकान को शिकायत में छह मंजिला दिखाया गया है, जबकि यह चार मंजिला है। मकान को नौ पिलर लगाकर बनाया गया है। नदीम का दावा है कि उन्होंने नगर निगम और प्राइवेट इंजीनियरों को भी मकान को चेक करा लिया है। उन्होंने भी मकान से कोई खतरा नहीं होने की बात कही है।  
 
  
 
तंग गली में हर समय खेलते हैं बच्चे   
 
शाहपीर गेट निवासी साकिब का कहना है कि उनकी गली बेहद तंग है। यहां हमेशा उनके बच्चे खेलते रहते हैं। यदि मकान गिर गया तो बच्चों के साथ कोई भी हादसा हो सकता है। उन्होंने अपनी पिछली शिकायतों में इन पहलुओं का उल्लेख किया था लेकिन अधिकारियों ने कोई गौर नहीं किया।  
 
नगर निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार सिंह का कहना है कि शाहपीर गेट पर एक भवन स्वामी ने मकान गिराया था। उस वक्त सूचना एचएसओ की ओर से आई थी। सुरक्षा की दृष्टि से टीम भेजी थी। चूंकि नवनिर्मित, निर्माणाधीन एवं नियोजित आवासीय भूखंडों, व्यावसायिक कांप्लेक्स व अन्य नवसृजित संपत्तियों के नियमन का अधिकार रेगुलेशन आफ बिल्डिंग एक्ट के अंतर्गत विकास प्राधिकरण में निहित है। इसलिए अग्रिम कार्रवाई के लिए मेडा सचिव को पत्र भेज दिया गया है। |