जागरण संवाददाता, बदायूं। शहर में अब सड़कों पर वाहन खड़े नहीं होंगे। अगर वाहन खड़ा किया तो पुलिस तत्काल उसका चालान कर देगी। जो वाहन लंबे समय से सड़क पर खड़े हैं या सड़क पर खड़े हो रहे हैं। उन्हें तत्काल हटवाया जाएगा। उन्हें किसी यार्ड में खड़ा कराया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगर शहर में यार्ड की व्यवस्था नहीं है तो यातायात पुलिस यार्ड का इंतजाम कराएगी। प्रदेश सरकार अब ऐसे वाहनों के प्रति सख्त एक्शन ले रही है। या तो उनकी व्यवस्था कराई जाए, नहीं तो उन्हें पार्किंग में खड़ा कराया जाए, जिससे सड़कों की यातायात व्यवस्था खराब न हो।
प्रदेश सरकार का सख्त आदेश है कि शहर में कोई भी वाहन सड़क पर खड़ा नहीं होगा। अगर कोई वाहन सड़क पर खड़ा हो रहा है तो तत्काल प्रभाव से उसे सड़क से हटवाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने पहले भी इसके आदेश दिए थे और कहा था कि कोई भी वाहन सड़क पर खड़ा नहीं होगा।
अगर कोई वाहन सड़क पर खड़ा किया तो उसके चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, वाहन का चालान कर दिया जाएगा। शुरूआती दौर में कुछ कार्रवाई भी की गई लेकिन बाद में मामला ढीला पड़ गया।
इस समय सर्दी का मौसम है और लगातार कोहरा भी छा रहा है। इससे हर समय हादसे की आशंका बनी हुई है। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।
कहा है कि अगर शहर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, तो तत्काल प्रभाव से पार्किंग की व्यवस्था कराई जाए और जो वाहन स्थाई रूप से सड़क पर या सड़क किनारे खड़े हैं, उन्हें किसी यार्ड में खड़ा कराया जाए। अगर यार्ड नहीं है तो यातायात पुलिस उसका भी इंतजाम करें और तत्काल प्रभाव से ऐसे वाहनों को सड़क से हटवाए।
शहर के कई मुहल्लों में सड़क पर खड़े होते हैं वाहन
शहर के कई मुहल्लों का यह हाल है कि लोगों के वाहन सड़क पर खड़े होते हैं। वह अपनी गाड़ी खड़ी करके उसके ऊपर कवर भी डाल देते हैं। कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है कि सड़कों को ही पार्किंग बना दिया गया है। इससे तमाम लोगों को दिक्कत होती है। दूसरे लोगों को अपने वाहन निकालने में परेशानी होती है। इसको लेकर झगड़ा भी होते हैं। शहर के कई मुहल्ले तो ऐसे हैं, जहां ठेले, खोमचे, ई-रिक्शा टेंपो सब सड़क पर खड़े हो रहे हैं।
सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों के प्रति प्रदेश सरकार काफी सख्त है। अब कोई भी वाहन सड़क पर खड़ा नहीं होगा। या तो उसे पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा या फिर उसे किसी यार्ड में भेजा जाएगा। अगर कहीं यार्ड की व्यवस्था नहीं है तो यार्ड की भी व्यवस्था कराई जाएगी।
- अंबरीश कुमार, एआरटीओ |