डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में विंटर वेकेशन से पहले ही सैलानियों की चहल-पहल बढ़ने लगी है। चार दिन बाद स्कूलों में शीतकालीन अवकाश शुरू होते ही बड़ी संख्या में पर्यटकों के पचमढ़ी पहुंचने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक का समय पीक सीजन घोषित किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीक सीजन के चलते पचमढ़ी में ठहरने और घूमने की लागत बढ़ गई है। जिप्सी सफारी के किराए में प्रति पर्यटन स्थल एक हजार रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो 2 जनवरी तक लागू रहेगी। वहीं, होटलों के कमरों के किराए में भी लगभग 25 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है।
12–14 दिन की एडवांस बुकिंग
पचमढ़ी में आगामी 12 से 14 दिनों के लिए एडवांस बुकिंग जोरों पर है। होटल संचालकों के अनुसार कई होटल पहले ही 60 प्रतिशत तक बुक हो चुके हैं। इस समय कमरों का किराया करीब 2000 रुपये से शुरू हो रहा है, जो पीक सीजन में और बढ़ सकता है। पचमढ़ी में करीब 100 छोटे-बड़े होटल हैं, लेकिन भीड़ बढ़ने पर कमरों की उपलब्धता को लेकर स्थिति चुनौतीपूर्ण हो जाती है।
टैक्सी और जिप्सी सफारी महंगी
टैक्सी यूनियन के अनुसार, पीक सीजन के दौरान तय किराए के अलावा हर पर्यटन स्थल के लिए एक हजार रुपये अतिरिक्त देने होंगे। यह बढ़ा हुआ किराया 2 जनवरी तक प्रभावी रहेगा।
नए साल के लिए जबरदस्त क्रेज
नए साल के जश्न को लेकर पचमढ़ी में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी के लिए होटल और रिसॉर्ट्स में 60 प्रतिशत से अधिक बुकिंग पहले ही हो चुकी है। सप्ताहांत में भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पचमढ़ी की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पिपरिया एसडीओपी को सौंपी गई है। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, रात में पेट्रोलिंग, जाम से निपटने के लिए विशेष पॉइंट और कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। पचमढ़ी और पिपरिया थाना स्टाफ लगातार गश्त करेगा।
पचमढ़ी में ये हैं प्रमुख दर्शनीय स्थल
पांडव गुफाएं : अज्ञातवास से जुड़ी पौराणिक मान्यता
प्राकृतिक झरने : बी-फॉल, रजत प्रपात (350 फीट ऊंचा), अप्सरा विहार
धूपगढ़ की चोटी : पचमढ़ी का सबसे ऊंचा बिंदु, सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध
धार्मिक स्थल : जटाशंकर और चौरागढ़ शिव मंदिर
यदि आप भी पचमढ़ी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो बेहतर यही है कि वहां जाने से पहले ठहरने की व्यवस्था और किराए की जानकारी पहले ही सुनिश्चित कर लें, ताकि असुविधा से बचा जा सके। |