जागरण संवाददाता, फतेहपुर। कानपुर-प्रयागराज हाईवे के किनारे लगे फास्ट फूड के ठेले से खरीद कर फिंगर (आलू से बना और तला हुआ खाद्य सामग्री) खाने से एक ही परिवार के नौ लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए।
पीड़ितों की हालत बिगड़ती देख परिजनों ने आननफानन में सीएससी थरियांव में भर्ती कराया। ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक ने जी मिचलाने और उल्टी व पेट दर्द से पीड़ित सभी का इलाज शुरू किया। सूचना मिलते ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनुराधा मौके पर पहुंचीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मलांव गांव निवासी ज्ञान सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह परिवार के सदस्यों के साथ आंबापुर गांव में निमंत्रण के लिए गए थे। शाम लगभग 6 बजे वापस गांव जा रहे थे। जैसे ही रामपुर थरियांव गांव पहुंचे कि तिराहे पर एक फास्ट फूड का ठेला दिखा।
परिवार के अमृता देवी, बड़की, ज्ञानमती, गायत्री, फूलदुलारी, सोनी, सुलोचना, मिथुन, ज्ञान सिंह ने फिंगर खाया। बचे हुए फिंगर को शुक्रवार सुबह 11 बजे फिर से खा लिया, जिससे सभी लोगों की तबीयत खराब होने लगी। डा. सौरभ जायसवाल ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से सभी की तबीयत खराब हो गई थी।
समय से इलाज शुरू हो जाने के चलते अब सभी लोग खतरे से बाहर हैं। थाना अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। शिकायती पत्र मिलेगा तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय धर्मराज मिश्रा ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में लिया गया है। क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनुराधा को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है। जांच के उपरांत दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी। |