मिलन गुप्ता, बलिया। रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेल कोच में अचानक तकनीकी खराबी आने पर अब उसे मरम्मत के लिए छपरा, मऊ या वाराणसी नहीं भेजना पड़ेगा। रेलवे प्रशासन बलिया के काजीपुरा में सिक लाइन स्थापित करेगा। इसके शुरू होने से रेल कोचों की जांच और मरम्मत स्थानीय स्तर पर होगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इससे समय बचत के साथ यात्रियों को भी राहत मिलेगी। मरम्मत कार्य शेड्यूल के अनुसार ही किया जाएगा। अब किसी ट्रेन के कोच में ब्रेक सिस्टम, व्हील, एक्सल, बोगी, कपलिंग में खराबी आने पर स्थानीय स्तर पर कोचों की जांच और मरम्मत होगी, जिससे रेल परिचालन सुरक्षित व सुव्यवस्थित होगी। काजीपुरा में प्रस्तावित सिक लाइन पर करीब चार करोड़ की लागत आएगी।
क्या है सिक लाइन?
सिक लाइन रेलवे की एक विशेष ट्रैक व्यवस्था होती है, जहां खराब या दोषयुक्त रेल कोचों को खड़ा कर उनकी तकनीकी जांच, मरम्मत और परीक्षण किया जाता है। यहां ब्रेक सिस्टम, पहियों, एक्सल और अन्य सुरक्षा से जुड़े उपकरणों की जांच की जाती है, ताकि कोच परिचालन के लिए तैयार हो सके। सिक लाइन की स्थापना से बलिया स्टेशन और आसपास के रेलखंडों में ट्रेन संचालन अधिक सुचारू होगा। इससे न केवल रेलवे का समय और संसाधन बचेंगे, बल्कि यात्रियों को भी समय पर यात्रा की सुविधा मिल सकेगी।
काजीपुरा में सिक लाइन स्थापित करने की तैयारी है। प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। बहुत जल्द सिक लाइन स्थापित करने के लिए काम शुरू होगा।- अशोक कुमार, पीआरओ, वाराणसी डिवीजन। |