अफसरों से परियोजनाओं की स्थिति जानते प्रशासक गुलाब चंद कटारिया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में क्या चल रहा है, यह जानने के लिए रविवार को प्रशासक गुलाब चंद कटारिया दौरे पर निकले। उन्होंने विभिन्न प्रमुख परियोजना स्थलों का विस्तृत निरीक्षण किया। परियोजनाओं के बारे में पूछने पर अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रशासक ने प्रमुख आवास परियोजनाओं, प्रगति पर चल रही विकास योजनाओं, बल्क मैटेरियल साइट तथा समूह आवास स्थलों का निरीक्षण कर चंडीगढ़ की नागरिक आधारभूत संरचना, नगरीय नियोजन तथा सामाजिक वातावरण की समग्र समीक्षा की।
इन जगहों का किया दौरा
- आईटी पार्क
- मनीमाजरा (पॉकेट नं. 6) स्थित आईटी हैबिटेट परियोजना स्थल
- इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 की संजय काॅलोनी
- सेक्टर 43 के सरकारी आवास स्थल
- सेक्टर 43 के सब-सिटी सेंटर
- सेक्टर 53 में हाउसिंग बोर्ड की परियोजना
- सेक्टर 54 में खाली करवाई गई फर्नीचर मार्केट की भूमि
- सेक्टर 54 की आदर्श काॅलोनी
फर्नीचर मार्केट से प्राप्त भूमि के लिए उचित जोनिंग हो
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य खाली एवं चिह्नित भूखंडों का सतत शहरी आवास और जन-कल्याण परियोजनाओं के लिए प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना था। प्रशासक ने विशेष रूप से सेक्टर 43 के 70 एकड़ मिश्रित-भू-उपयोग विकास क्षेत्र और सेक्टर 54 की फर्नीचर मार्केट से प्राप्त भूमि के लिए उचित जोनिंग, नियोजित उपयोग तथा भविष्य उन्मुख विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
आवास परियोजना की समीक्षा
सेक्टर 43 में सरकारी कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित किराये पर आवास परियोजना की समीक्षा करते हुए प्रशासक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना में आवश्यक सेवा सुविधाओं धोबी सेवाएं, किराना दुकानें तथा अन्य मूलभूत व्यावसायिक स्थान को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में बनने वाली आवास योजनाओं में सरकारी कर्मचारियों के लिए इन हाउस आवंटन की समर्पित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि हाउस रेंट अलाउंस पर निर्भरता कम हो और प्रशासनिक कार्यकुशलता बढ़े।
विनियमित बाजार व्यवस्था का पालन हो
प्रशाक ने सेक्टर 56 स्थित बल्क मैटेरियल मार्केट का भी दौरा किया, जो क्षेत्र की निर्माण एवं सप्लाई प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण 55 एकड़ का वाणिज्यिक केंद्र है। उन्होंने अधिकारियों से बातचीत कर संचालन संबंधी चुनौतियों की जानकारी ली तथा पारदर्शिता, सुव्यवस्थित कार्यप्रणाली और विनियमित बाजार व्यवस्था के पालन पर जोर दिया।
डीसी ने बताया कि प्रत्येक प्लॉट पर तीन मंजिला भवन निर्माण की अनुमति
उपायुक्त ने अवगत कराया कि इस प्रस्तावित स्थल पर धनास के मार्बल व्यापारियों तथा फर्नीचर मार्केट के दुकान मालिकों को प्राथमिकता के आधार पर स्थान आवंटित करने का सुझाव है। यह भी बताया कि व्यापारियों की लागत को कम करने और स्थान के बेहतर उपयोग के लिए प्रत्येक प्लॉट पर तीन मंजिला भवन निर्माण की अनुमति प्रदान की गई है।
भूमि का कुशल उपयोग सुनिश्चित जरूरी
प्रशासक ने बेअंत सिंह मेमोरियल, सेक्टर-42 का भी निरीक्षण किया और वहां पहले से निर्मित भवनों के बेहतर उपयोग और जन-सुलभता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव मांगे। सेक्टर 53 और 54 में हाउसिंग बोर्ड की परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए समूह आवास के लिए स्थलों की नीलामी की संभावना पर विचार करने के निर्देश दिए, ताकि विकास की गति तेज हो और भूमि का कुशल उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। |