साक्ष्य आधारित मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए वायु प्रदूषण पर विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण और दीर्घकालिक प्रबंधन पर साक्ष्य आधारित मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए वायु प्रदूषण पर विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। एक अधिकारी ने कहा कि विशेषज्ञ निकाय का गठन दिल्ली सरकार को विभिन्न मानवजनित और प्राकृतिक कारकों से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों, उभरती प्रौद्योगिकियों और नीतिगत सुधारों पर सलाह देने के लिए किया गया है।
यह समूह दिल्ली की वायु गुणवत्ता प्रबंधन रणनीति का मार्गदर्शन, मूल्यांकन और सुदृढ़ीकरण करने के लिए एक उच्च-स्तरीय सलाहकार पैनल के रूप में कार्य करेगा। आदेश के अनुसार सेवानिवृत्त आइएएस और पूर्व केंद्रीय पर्यावरण सचिव लीना नंदन विशेषज्ञ समिति की अध्यक्षता करेंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अन्य सदस्यों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व सदस्य सचिव डॉ. जेएस काम्योत्रा, आइआइटी दिल्ली के प्रोफेसर मुकेश खरे, आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर मुकेश शर्मा, टेरी के सर्कुलर इकोनामी और अपशिष्ट प्रबंधन निदेशक डा. सुनील पांडेय और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम), भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी), एपीएजी और पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
उधर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में भी वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक उच्चस्तरीय समित का भी गठन किया गया है। इस समिति में दिल्ली सरकार, नगर निगम सहित 16 एजेंसियाें काे शामिल किया गया है। यह समिति दिल्ली सरकार, अदालतों और कानूनी संस्थाओं द्वारा जारी सभी निर्देशों और एक्शन प्लान का समय पर पालन, कड़ी निगरानी और प्रभावी इम्प्लीमेंटेशन सुनिश्चित करेगी।
विशेषज्ञ समिति और और यह इम्प्लीमेंटेशन समिति दोनों मिलकर काम करेंगी। दिल्ली सरकार ने विश्वास जताया है कि सरकार और दिल्ली के लोगों के मिलकर किए गए प्रयासों से जल्द ही प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई में जीत हासिल की जाएगी। |