राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान में एक सप्ताह का अतिरिक्त समय मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बीएलओ पर अनावश्यक दबाव न डालें। जहां आवश्यकता हो या कार्य में पिछड़ रहे बीएलओ को पर्याप्त सहयोग उपलब्ध कराएं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन से पूर्व प्रत्येक पोलिंग बूथ पर बीएलओ और दलों के बूथ लेवल एजेंट की बैठक कराई जाएगी। इसमें ऐसे मतदाताओं की सूची साझा की जाएगी जिनके नाम किसी कारणवश ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने एसआइआर में एक सप्ताह का और समय प्रदान कर दिया है। इसी अवधि तक सभी मतदेय स्थलों का विभाजन कार्य भी पूरा किया जाएगा। पहले 1500 मतदाताओं पर एक बूथ था इसे घटाकर 1200 मतदाता कर दिया गया है।
ऐसे में प्रदेश में वर्तमान पोलिंग बूथ की संख्या (1,62,486) से और बढ़ जाएंगे। इसके साथ ही अब 11 दिसंबर तक फार्म जमा किए जाएंगे। 12 से 15 दिसंबर के बीच कंट्रोल टेबल और आलेख्य नामावली तैयारी की जाएगी। मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन के बाद नोटिस दिया जाएगा।
गणना प्रपत्रों पर निर्णय तथा दावे-आपत्तियों का निस्तारण 16 दिसंबर से सात फरवरी तक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा किया जाएगा। आयोग से अंतिम प्रकाशन की अनुमति 10 फरवरी को प्राप्त होगी, जबकि प्रदेश की अंतिम मतदाता सूची 14 फरवरी को जारी की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब तक प्रदेश में 70 प्रतिशत मतदाताओं के गणना प्रपत्र जमा हो चुके हैं। यानी प्रदेश में कुल मतदाताओं 15.44 करोड़ में से 10.75 करोड़ के फार्म जमा हो चुके हैं। इसके अलावा 9177 मतदेय स्थलों पर बीएलओ ने अपना काम शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है।
यह भी पढ़ें- कहीं शादी में तो कहीं टूर, BLO की फोन कॉल्स का नहीं मिल रहा जवाब; गाजियाबाद में धीमी पड़ी SIR प्रक्रिया |