दक्षिणी दिल्ली की पॉश सोसाइटियों में सीवर ओवरफ्लो से लोग परेशान हैं। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, साउथ दिल्ली। साउथ दिल्ली की पॉश सोसायटियों में रहने वालों को सीवर ब्लॉकेज और सीवर ओवरफ्लो की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से गंदगी और बदबू फैल रही है, साथ ही पानी की सप्लाई भी खराब हो रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साकेत, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और ईस्ट ऑफ कैलाश की RWA ने दिल्ली जल बोर्ड और संबंधित लोगों के प्रतिनिधियों से लिखित शिकायत की है, जिसमें इस समस्या के तुरंत और सही समाधान की मांग की गई है, जो सेहत और सफाई के लिए एक गंभीर खतरा बन गई है।
RWA प्रतिनिधियों का कहना है कि सोसायटियों में सालों पहले सीवरेज और पानी की पाइपलाइन बिछाई गई थी। ये पाइपलाइन अब पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं, जिसकी वजह से अक्सर सीवर ब्लॉकेज और ओवरफ्लो होते रहते हैं।
सड़कों पर बहने वाला सीवर का पानी अक्सर पानी की पाइपलाइनों के जरिए घरों तक पहुँच जाता है, जिससे सेहत के लिए गंभीर खतरा पैदा होता है। RWA ने जल बोर्ड को पत्र लिखकर सीवेज ब्लॉकेज के कारणों की जांच करने, सही समाधान खोजने, खराब पाइपलाइनों को बदलने और पानी की सप्लाई में गंदगी जाने से रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायतों के बावजूद कोई हल नहीं निकला
न्यू फ्रेंड्स को-ऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसाइटी के ट्रेज़रर अरुण जग्गी ने बताया कि ब्लॉक A, B, C और D में अक्सर सीवर ओवरफ्लो होता है। महारानी बाग लाइन, जो किलोकरी के STP तक सीवेज ले जाती है, पिछले तीन महीने से ब्लॉक है, जिससे पूरे इलाके में सीवेज डिस्पोज़ल की हालत और खराब हो गई है। न्यू फ्रेंड्स को-ऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसाइटी लिमिटेड ने इस मामले में जल बोर्ड में शिकायत की है। साउथ दिल्ली के MP रामबीर सिंह बिधूड़ी ने भी जल बोर्ड को लेटर लिखकर एक्शन लेने की रिक्वेस्ट की है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है।
इस वजह से होता है ओवरफ्लो
फेडरेशन ऑफ़ RWAs, साकेत के प्रेसिडेंट राकेश डबास बताते हैं कि पुरानी सीवर पाइपलाइन खराब हो गई हैं, जिससे पॉश कॉलोनियों में भी रहने वालों को बुरी हालत का सामना करना पड़ रहा है। सीवेज इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ती हाउसिंग यूनिट्स का बोझ नहीं उठा पा रहा है। जल बोर्ड को लेटर लिखकर इस प्रॉब्लम का तुरंत सही हल निकालने की मांग की गई है, और ज़रूरी सुझाव भी दिए गए हैं। मांग है कि संबंधित विभाग इलाके का इंस्पेक्शन करे, असली स्थिति का पता लगाए और उसके हिसाब से सही एक्शन ले। |