खोड़ा में बिना पता का मकान। जागरण
जागरण संवाददाता, खोड़ा। मकानों को पहचान देने के लिए खोड़ा को 10 सेक्टरों में बांटा गया है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे मकान हैं जिन्हें अभी तक पहचान नहीं मिल सकी है। लोग खोड़ा नगर पालिका से लगातार मकानों को पहचान देने की मांग कर रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लोगों का कहना है कि अगर मकान की एक पहचान होगी तो किसी को भी घर तक आने में परेशानी नहीं होगी। लोग आसानी से घर तक आ जा सकेंगे। अभी तक रिश्तेदारों को बुलाने में यह डर रहता है कि वह घर तक पहुंच पाएंगे या नहीं। कई बार उन्हें मुख्य सड़कों पर जाकर ही लाना होता है।
इससे सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। अगर हर मकान को पहचान मिल जाएगी तो किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। वहीं, खोड़ा नगर पालिका परिषद के अधिकारियों का दावा है कि अगले कुछ दिनों में तीन हजार और मकानों पर स्टीकर लगाए जाएंगे। इन स्टीकर पर मकान नंबर व सेक्टर लिखा होगा। जो मकान रह जाएंगे उन पर दिसंबर तक पते के स्टीकर लगा दिए जाएंगे।
हमारे मकान पर अभी तक पते के लिए कोई स्टीकर या प्लेट नहीं लगाई गई है। हमारे घर को भी जल्द पहचान मिल जाएगी तो बड़ी राहत मिलेगी।
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-सचिन, स्थानीय निवासी
घर का पता नहीं होने से रिश्तेदारों को आने में जितना समय खोड़ा में अंदर तक आने में लगता है उतना शहर दूसरे शहर से आने में नहीं लगता। इसीलिए रिश्तेदारों को भी कम ही बुलाते हैं।
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-किशन, स्थानीय निवासी
मकान का पता नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी होती है। कई बार खुद भी अपने घर की गली को भूल जाते हैं। हमारे घर को भी जल्द पहचान दी जाए।
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-सुनील यादव, स्थानीय निवासी
दिसंबर के अंत तक खोड़ा के हर घर को पहचान देने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। मकानों के पते के करीब तीन हजार स्टीकर तैयार हो चुके हैं।
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-अभिषेक कुमार, अधिशासी अधिकारी, खोड़ा नगर पालिका परिषद |