deltin51
Start Free Roulette 200Rs पहली जमा राशि आपको 477 रुपये देगी मुफ़्त बोनस प्राप्त करें,क्लिकtelegram:@deltin55com

बरेली कॉलेज में सामूहिक विवाह: 407 जोड़ों ने थामा एक-दूजे का हाथ, 60 हजार रुपये की सहायता राशि

LHC0088 2025-11-28 02:07:44 views 619

  

सामूहि‍क व‍िवाह कार्यक्रम में मौजूद लोग



जागरण संवाददाता, बरेली। समाज कल्याण विभाग की ओर से सामूहिक विवाह का आयोजन शहर के बरेली कालेज परिसर में हुआ। इस दौरान कुल 407 युगल एक दूजे को हो गए, इसमें 326 जोड़ों का विवाह तो 81 जोड़ों का निकाह हुआ। जन प्रतिनिधियों ने नव युगल को आशीर्वाद दिया। विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों की वाहवाही लूटी। इस दौरान कई परिवार कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंचे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पहले दिन नगर निगम बरेली, विकासखंड भुता, फरीदपुर, भदपुरा, नवाबगंज, भोजीपुरा, बिथरी चैनपुर, क्यारा, शेरगढ़, नगर पालिका परिषद फरीदपुर, नवाबगंज, नगर पंचायत सेंथल, धौराटांडा, रिठौरा, ठिरिया निजावत खां के 407 जोड़ों की शादी हुई। दांपत्य सूत्र में बंधे नवविवाहित जोड़ों ने एक दूसरे का हाथ थाम कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया।

  

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. अरुण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से सामूहिक विवाह के प्रति जोड़े को एक लाख रुपए दिए जाने की व्यवस्था की गई है, जिसमें से 60,000 रुपए लड़की के बैंक खाते में भेजे जाएंगे, 25000 रुपए का सामान दिया जा रहा है तथा 15000 रुपए खाने-पीने व अन्य व्यवस्था में व्यय किए गए हैं। डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने सामूहिक विवाह योजना का शुभारंभ समस्त वर्गों की निर्धन कन्याओं के विवाह के लिए किया है।

  

इस अवसर पर महापौर डा. उमेश गौतम, सांसद छत्रपाल गंगवार, जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल, एमएलसी बहोरन लाल मौर्य, कुंवर महाराज सिंह, हरि सिंह ढिल्लो, विधायक नवाबगंज डा. एमपी आर्य, जिलाध्यक्ष भाजपा बरेली सोमपाल शर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, एडीएम सिटी सौरभ दुबे, एसपी सिटी मानुष पारीक, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, डीडीओ दिनेश कुमार यादव, समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर, डीआइओएस डा. अजीत कुमार आदि उपस्थित रहे।
विवाह के बाद सामान के लिए लाइन में लगे दूल्हा-दुल्हन

विवाह व निकाह संपन्न होने के बाद दूल्हा व दुल्हन उपहार व सामान के लिए टोकन लेकर लाइन में लग गए। इस दौरान अन्य परिजनों को लाइन में लगने से मना किया गया। काफी इंतजार के बाद बारी आने पर उन्हें सामान दिया गया। सीडीओ देवयानी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शासन की ओर से एक जोड़े की शादी पर एक लाख रुपए व्यय करने की व्यवस्था की गई है।

  

इसमें कन्या के दांपत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिए सहायता राशि 60 हजार रुपये कन्या के बैंक खाते में भेजी जाएगी। विवाह के समय साड़ी, पायल, बिछिया, प्रेशर कुकर, डिनर सेट, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, ट्राली बैग, प्रेस, गद्दे, ताकिया, डबल बेडशीट, वर के लिए कपड़े, आदि सहित कुल 24 सामान प्रत्येक जोड़ों को दिया गया।
बायोमीट्रिक से हुई पहचान तो अधूरे रह गए अरमान

सामूहिक विवाह योजना में इस बार फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बायोमीट्रिक तरीके से दूल्हा व दुल्हन की पहचान सुनिश्चित की गई। आधार कार्ड में दर्ज अंगूठे के निशान के आधार पर उपस्थिति सुनिश्चित की गई। इस दौरान सभी विकास खंडों व निकायों से कई लोगों को निराश होना पड़ा। इसमें दूल्हा व दुल्हन दोनों के फिंगरप्रिंट, चेहरा व आंख स्कैन में फेल होने पर उन्हें वापस कर दिया गया। फरीदपुर के वीडीओ ने बताया कि कुल पांच लोगों को वापस किया गया।

  

विथरी चैनपुर के काउंटर पर उपस्थित कर्मियों ने बताया कि छह लोग उपस्थिति के दौरान अपात्र पाए गए। इस दौरान फिंगर पिंट कई बार मिसमैच होने पर लोग परेशान भी नजर आए। कई बार के प्रयास के बाद ज्यादातर की पहचान पूरी हो गई। काउंटर पर भी कई वीडीओ सख्ती के साथ सत्यापन के प्रयास में जुटे रहे। इस दौरान कन्या के जूते निकाल कर देखा गया कि उंगलियों में बिछिया पहनने के निशान हैं या नहीं। फिलहाल कई लोगों के अनुचित लाभ उठाने के अरमान अधूरे रह गए।
एक साथ भीड़ जुटने पर खाने के स्टाल पर अफरा तफरी

सामूहिक विवाह योजना में पहले दिन करीब चार हजार से अधिक लोगों की भीड़ हुई। शादी के बाद सभी को एक साथ खाने के लिए भेज दिया गया, इससे कुछ देर के लिए खाने के स्टाल पर अफरा-तफरी की स्थिति रही। एक साथ बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने से व्यवस्था प्रभावित रही। हालांकि बाद में लोगों ने आराम से खाना खाया।
विदा होते समय परिजनों से लिपटकर रोयीं बेटियां

विवाह के समय हंसते हुए रस्में निभाने वाली बेटियां विदाई के वक्त फूटकर रोने लगीं। मां, बहनों व पिता से मिलकर बेटियां रोईं तो आसपास खड़े सभी लोगों की आंखे नम हो गईं। शाम तीन बजते ही विदाई व रोने का यह मंजर हर ओर दिखाई देने लगा। वहीं कई परिवार खुशी से विदा हुए।

  
टुकटुक पर सामान लादकर विदा हुए दंपती

सार्वजनिक परिवहन से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे वर व वधू पक्ष को उपहार का सामान मिला तो उसे ले जाने के लिए उन्हें वाहन की व्यवस्था करनी पड़ी। कुछ ने तो कार बुक किया तो ज्यादातर परिवारों ने टुकटुक या ई-रिक्शा बुक किया। उसी पर सामान लादकर दुल्हा व दूल्हन घर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान कालेज परिसर के दोनों गेट पर बड़ी संख्या में ई-रिक्शा वाहन एकत्र हो गए। ऐसे में कालेज के बाहर सड़क पर जाम की स्थिति बनती रही।

  

यह भी पढ़ें- छोटे नोटों का संकट गहराया: लोगों को भा रहे ₹10, ₹20, ₹50 के नोट, लेकिन ATM और बैंकों के लिए बने \“मुश्किल\“
like (0)
LHC0088Forum Veteran

Post a reply

loginto write comments
LHC0088

He hasn't introduced himself yet.

410K

Threads

0

Posts

1210K

Credits

Forum Veteran

Credits
126877