कर्मचारी बोले, पांच लोगों से पांच मंजिला बिल्डिंग संभालना नामुमकिन. File
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून मेडिकल कालेज अस्पताल की ओपीडी में बुधवार को सफाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित रही। अस्पताल प्रशासन द्वारा 20 सफाई कर्मचारियों में से 15 को अचानक हटाने का फरमान सुनाए जाने के बाद कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। इसके विरोध में सभी कर्मचारी ओपीडी परिसर में ही धरने पर बैठ गए, जिससे ओपीडी की सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के सेवा से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने केवल पांच सफाई कर्मचारियों को काम पर रखा है, जबकि ओपीडी और पांच मंजिला बिल्डिंग की सफाई के लिए यह संख्या बेहद कम है। कर्मचारियों का कहना है कि इतने बड़े क्षेत्र की साफ-सफाई के लिए कम से कम 20 लोगों की आवश्यकता होती है, लेकिन अचानक की गई छंटनी ने पूरे सिस्टम को प्रभावित कर दिया है।
छंटनी के फैसले का असर ओपीडी में साफ दिखा। कई फ्लोर पर सुबह से ही पोंछा नहीं लगा, कूड़ेदान भरे रहे और गंदगी फैलने लगी। मरीजों व उनके परिजनों को बदहाल सफाई व्यवस्था के कारण दिनभर परेशानी झेलनी पड़ी। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि इस स्थिति में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है, जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि नवंबर लगभग समाप्त होने को है, लेकिन उन्हें अक्टूबर माह का वेतन तक जारी नहीं किया गया है। बिना वेतन के गुजारा करना मुश्किल हो रहा है और उल्टा छंटनी का नोटिस थमा दिया गया। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने साफ कहा कि जब तक हटाए गए कर्मचारियों को बहाल नहीं किया जाता और बकाया वेतन जारी नहीं किया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन से जल्द समाधान की मांग की है, ताकि अस्पताल की सफाई व्यवस्था फिर से पटरी पर आ सके।
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