कोलकाता। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के जिला मजिस्ट्रेट (जिला निर्वाचन अधिकारी भी) से उसी जिले के माल बाजार इलाके में एक महिला बूथ-स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) की आत्महत्या पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर एक कड़ा बयान जारी कर बीएलओ की आत्महत्या के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया था। इसके कुछ ही घंटों बाद चुनाव आयोग ने रिपोर्ट मांगी थी।
सीएम ममता बनर्जी ने यह भी दावा किया कि केवल दो महीनों में संशोधन प्रक्रिया पूरी करने के लिए आयोग द्वारा बीएलओ पर जबर्दस्त दबाव डाला गया। चुनाव आयोग के इस दबाव का पहला शिकार माल बाजार की महिला अधिकारी बनीं।
चुनाव आयोग के निर्देश पर पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार अग्रवाल ने बुधवार दोपहर जलपाईगुड़ी के जिला चुनाव अधिकारी को इस मामले में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया।
सीईओ कार्यालय के एक अंदरूनी सूत्र ने पुष्टि की, "सीईओ को रिपोर्ट मिलने के बाद, वह उसे नई दिल्ली स्थित चुनाव आयोग मुख्यालय भेज देंगे।"
यह आत्महत्या ऐसे समय में हुई है जब चुनाव आयोग की चार सदस्यीय केंद्रीय टीम राज्य में एसआईआर की प्रगति की समीक्षा के लिए चार दिवसीय दौरे पर बंगाल में है।
मृतक बीएलओ के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि एसआईआर के काम का दबाव न झेल पाने के कारण उसने आत्महत्या करने का फैसला किया। पुलिस के अनुसार मृतका की पहचान माल बाजार के रंगामाटी पंचायत निवासी शांतिमणि एक्का के रूप में हुई है।
उन्हें हाल ही में एसआईआर के काम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बीएलओ होने के नाते, वह घर-घर जाकर गणना फॉर्म वितरित कर रही थीं और भरे हुए फॉर्म प्राप्त कर रही थीं।

Deshbandhu
BLOWest Bengalpolitics
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