मोटरसाइकिल में पिलियन सीट राइडर सीट से क्यों ऊंची होती है?
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। पूरी दुनिया में करीब करोड़ो लोग रोजाना मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करते हैं। चाहे रोजमर्रा की कम्यूटर मोटरसाइकिल हो या फिर स्पोर्ट्स बाइक, करीब हर मोटरसाइकिल में एक चीज कॉमन दिखाई देती है, जो होता है उनकी सीट का डिजाइन। बहुत से मोटरसाइकिल में पिलियन सीट राइडर सीट से ऊंची होती है। बहुत से पीलियन को इनपर बैठने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। क्या आपने कभी सोचा है कि पिलियन की सीट राइडर की सीट से ऊंची क्यों होती है? हम यहां पर आपको इसी सवाल का जवाब विस्तार में दे रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मोटरसाइकिल में पिलियन सीट राइडर सीट से क्यों ऊंची होती है?
1. रोजाना का काम आसान हो सकें
मोटरसाइकिल का डिजाइन इस तरह तैयार किया जाता है कि रोजमर्रा की यात्रा आसान हो सके। इसलिए सीट की ऊंचाई और चौड़ाई को खास तौर पर प्लान किया जाता है।
2. बाइक का बैलेंस बेहतर बनें
अधिकतर मोटरसाइकिल में पिलियन सीट थोड़ी ऊंची होती है, क्योंकि इससे बाइक का बैलेंस बेहतर बनता है। बाइक की आगे और पीछे की दोनों टायरों पर बराबर वजन बने रहना जरूरी है, ताकि मोटरसाइकिल चलाते समय उसका संतुलन बना रहे।
3. बेहतर राइडिंग मिले
एक ऊंची पिलियन सीट पर बैठा व्यक्ति स्वाभाविक रूप से थोड़ा आगे की ओर झुकता है। ऐसा करने से वजन मोटरसाइकिल के सेंटर ऑफ ग्रैविटी के करीब आता है और स्थिरता बढ़ती है। इससे हवा का दबाव भी कम पड़ता है और राइड और भी स्मूथ महसूस होती है।
4. सीट ऊंची होना सेफ्टी से जुड़ा
मोटरसाइकिल में राइडर की सीट से पिलियन की सीट ऊंची होने का बड़ा कारण सेफ्टी से भी जुड़ा हुआ है। पीछे बैठने वाले को हवा, धूल और वाइब्रेशन का कम सामना करना पड़ता है।
5. सस्पेंशन बेहतर काम करता है
इसके साथ ही ऊंटे स्थान पर बाइक का सस्पेंशन बेहतर काम करता है। इसकी वजह से सड़क पर झटके पिलियन को कम महसूस होते हैं और लंबी दूरी के सफर में आराम बना रहता है। |