डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनती दिख रही है। वहीं, विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, राजद के पास खुश होने का एक कारण है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, चुनाव आयोग की वेबसाइट पर रुझानों के अनुसार, तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली पार्टी को अब तक 22.79 प्रतिशत वोट शेयर मिला है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से 2.27 प्रतिशत और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से 3.8 प्रतिशत अधिक है।
243 सदस्यीय विधानसभा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली राजद फिलहाल केवल 25 सीटों पर आगे चल रही है। 2010 के बाद, जब उसे केवल 22 सीटें मिली थीं, यह बिहार चुनाव में राजद का दूसरा सबसे खराब प्रदर्शन होने की संभावना है।
विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव अपनी राघोपुर सीट जीत चुके हैं। वहीं, कांग्रेस पांच सीटों पर, माकपा (माले) लिबरेशन दो सीटों पर आगे है।
दूसरी ओर, NDA वर्तमान में 204 सीटों पर आगे है, जिसमें भाजपा 92, जदयू 84, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 19, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पाँच और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा चार सीटों पर आगे है।
प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उन सभी सीटों पर पीछे चल रही हैं जिन पर उन्होंने चुनाव लड़ा था।
बिहार में दो चरणों - 6 नवंबर और 11 नवंबर - में मतदान हुआ और 66 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो 1951 के बाद से राज्य में अब तक का सबसे अधिक मतदान है। |