जागरण संवाददाता, अमरोहा। चुचैला कलां बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति में हुए लाखों के घोटाले जांच अंतिम दौर में चल रही है। इसमें दो तत्कालीन समिति सचिव के अलावा बैंक के जिला सहकारी बैंक के कर्मचारियों की गर्दन फंसना और उन पर कार्रवाई की तलवार लटकना लगभग तय माना जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस बार जांच टीम के सहयोग के लिए एक तकनीकी कर्मचारी को भी लगाया है ताकि, कंप्यूटर से संबंधित रिकार्ड की गहनता से पड़ताल की जा सके। जल्द ही कमेटी अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी। इधर डीएम निधि गुप्ता वत्स ने एआर कोआपरेटिव से मामले की जांच रिपोर्ट के बारे में जाना है।
करीब दो हजार किसान चुचैला कलां समिति के सदस्य हैं। किसानों की शिकायत पर समिति में शुरू हुई लाखों रुपये के घोटाले की अनंतिम जांच अपर जिला सहकारी अधिकारी उमेश कुमार व एडीओ राजकुमार ने की थी और अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी थी। जांच में समिति में तैनात दो लेखाकार विपिन कुमार व संजीव कुमार को दोषी पाया गया था।
इसके आधार पर एआर कोआपरेटिव वरुण अग्रवाल ने दोनों को निलंबित कर दिया था। अंतिम जांच के लिए उन्होंने अपर जिला सहकारी अधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्य कमेटी गठित की थी। कंप्यूटर से संबंधित रिकार्ड की जांच के लिए अलग से कमेटी को तकनीकी कर्मचारी सहयोग के लिए उपलब्ध कराया था। चार सदस्यीय कमेटी पिछले पांच साल का रिकार्ड खंगाल रही है।
जांच अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। जिसका पता चलने के बाद बैंक व समिति कर्मचारियों के दिलों की धड़कने बढ़ गई हैं। सूत्र दो तत्कालीन सचिव व कई बैंक कर्मियों की घपलेबाजी में संलिप्तता होने का दावा कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद ही तस्वीर साफ होगी। इसके बाद ही घोटाले में फंसे कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी।
अभी मामले की जांच चल रही है। जल्द ही वह पूरी होगी। जिलाधिकारी काे जांच चलने के बारे में अवगत करा दिया गया है। जैसे ही जांच रिपोर्ट मिलेगी वैसे ही दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी।
- वरुण अग्रवाल, एआर कोआपरेटिव |