- सपा प्रमुख बोले कुर्सी जाने के डर से सांप्रदायिक बयान दे रहे मुख्यमंत्री
- एसआइआर को बताया साजिश, बिहार का एग्जिट पोल भी किया खारिज
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी को आरेंज इकोनामी के बारे में कुछ नहीं पता है, वे केवल आरेंज कपड़े के बारे में जानते हैं। उनको अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है। जब भी उनकी कुर्सी हिलने लगती है वे सांप्रदायिक बयान देने लगते हैं। सपा प्रमुख ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को भाजपा की साजिश करार दिया और बिहार के एग्जिट पोल को भी बेईमानी के लिए भ्रमित करने का पैंतरा बताया।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को जब लगता है कि जनता, उनकी पार्टी के लोग और विधायक खिलाफ हैं तो वे घबरा जाते हैं। हाल ही में बिहार चुनाव के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से हुई मुलाकात की ओर इशारा करते हुए कहा कि जबसे मुलाकात हुई है, उनको डर सता रहा है। वे विदेश भी इसलिए जा रहे हैं कि उनको हटाया न जाए। मुख्यमंत्री जी का विजन से कोई लेना-देना नहीं है। स्टार्टअप और एआइ के बारे में कुछ जानकारी नहीं। केवल नकल करने में आगे हैं। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार नई पीढ़ी की विरोधी है। हम समाजवादी लोग नई पीढ़ी से नये विजन के साथ सहयोग और समर्थन जुटाने के लिए कार्यक्रम करेंगे।
एसआइआर पर कहा कि भाजपा चाहती है कि लोग वोट बनवाने-जुड़वाने में ही व्यस्त रहें और सरकार की असफलताओं पर सवाल न कर पाएं। भाजपा की साजिश के पर्दाफाश के लिए हमने पीडीए प्रहरी बनाए हैं। उनकी जानकारी पर सपा, चुनाव आयोग से शिकायत करेगी। हमने संकल्प लिया है कि एसआइआर से डरना नहीं है, डटे रहना है। एग्जिट पोल के सवाल पर कहा कि भाजपा बेईमानी के लिए अपना नैरेटिव सेट करने को ये कराती है। यूपी इसका उदाहरण है। दिल्ली धमाके को लेकर कहा कि सवाल यही है कि इंटेलीजेंस फेलियर क्यों हो रहा है? सरकार को इससे जुड़े सभी अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। विभाग को ही बंद कर देना चाहिए, उसे बहुत मजबूत करें। इससे पहले प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पदाधिकारियों को एसआइआर को लेकर सक्रिय रहने के निर्देश दिए।
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