जागरण संवाददाता, बरेली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) निर्माण शुरू कराने की तैयारी कर रहा है, लेकिन अभी रिंग रोड में आ रहे चार गांवों का अवार्ड घोषित नहीं हो सका है। इनमें उमरसिया, पालपुर कमालपुर, रजऊ परसपुर और रहपुरा जागीर शामिल हैं। इनमें से दो गांवों का अवार्ड इसी सप्ताह घोषित किया जाएगा, जबकि दो गांवों का कुछ दिन बाद अवार्ड घोषित करने की तैयारी है। इसके बाद इन गांवों के किसानों को मुआवजा देकर भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शहर के लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने और वाहनों का आवागमन सुगम बनाने के लिए झुमका तिराहा से चौबारी होते हुए इन्वर्टिस तक 2,117 करोड़ रुपये की लागत से 29.95 किमी का रिंग रोड बनवाया जा रहा है। निर्माण तो पिछले अक्टूबर माह में ही शुरू होना था, लेकिन मुआवजा वितरण और भूमि अधिग्रहण में विलंब होने के कारण टल गया था।
एनएचएआइ के अधिकारी इन अड़चनों को दूर कराने के प्रयास में लगे हुए हैं। इधर, उमरसिया, पालपुर कमालपुर, रजऊ परसपुर और रहपुरा जागीर गांवों का अभी तक अवार्ड ही घोषित नहीं किया गया है। जिससे इन गांवों के किसानों को मुआवजा वितरण की प्रक्रिया अभी शुरू ही नहीं हो सकी है।
एनएचएआइ के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि इसी सप्ताह रजऊ परसपुर और रहपुरा जागीर गांवों का अवार्ड घोषित करा दिया जाएगा। उमरसिया और लापुर कमलापुर का अवार्ड भी जल्द हो जाएगा। चयनित गांवों के किसानों को मुआवजा वितरण के लिए 634 करोड़ रुपये का अप्रूवल दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक 381 करोड़ रुपये का ही वितरण हो सका है। दावा किया जा रहा है कि इस महीने वितरण 500 करोड़ तक पहुंच जाएगा और एक दिसंबर से निर्माण कार्य आरंभ करा दिया जाएगा।
शहर के बाहर 2,117 करोड़ रुपये की लागत से 29.95 किमी का रिंग रोड परियोजना बड़ी है, शहर से होकर निकाली जा रही है, इसलिए जगह-जगह अवरोध भी आते रहे हैं। वन विभाग से मिलने वाले एनओसी में लगी आपत्ति का निस्तारण कराया जा चुका है। चार गांवों का अवार्ड घोषित किया जाना है, जिनमें से दो गांवों का अवार्ड इसी सप्ताह घोषित करा दिया जाएगा, जबकि दो अन्य गांवों का इसी महीने अवार्ड हो जाएगा।
- अश्वनी चौहान, प्रोजेक्ट मैनेजर एनएचएआइ |