50 हजार रुपये की इनामी प्रियंका सिंह
जागरण संवाददाता, लखनऊ: स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) ने ललितपुर पुलिस के सहयोग से पांच वर्ष से फरार चल रही 50 हजार रुपये की इनामी महिला आरोपित प्रियंका सिंह को बुधवार को पीजीआइ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ सत्यसेन यादव ने बताया कि वर्ष 2019 से ललितपुर में दर्ज धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में वांछित थी। उसी के बाद इनाम घोषित किया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित प्रियंका सिंह मूल रूप से जानकीपुरम, लखनऊ में सहारा स्टेट निवासी है। उसे रायबरेली रोड की एल्डिको कालोनी स्थित सौभाग्य अपार्टमेंट के टावर-10 से गिरफ्तार किया गया है।
प्रियंका सिंह वर्ष 2011 में पति राजेश कुमार सिंह और अन्य पांच साथियों दीपक शुक्ला, आशीष श्रीवास्तव, दुर्गेश जायसवाल, और विक्रांत त्रिपाठी के साथ “जेकेबी लैंड एंड डेवलपर्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड” नाम की कंपनी चलाती थी। इस कंपनी का कार्यालय पहले ललितपुर में खोला गया था, जबकि मुख्यालय हजरतगंज में था।
आरोप है कि इस कंपनी के माध्यम से लोगों को एजेंट बनाकर निवेश कराए गए, एफडी और पासबुक जारी की गईं। पीड़ितों से करोड़ों रुपये जमा कराए गए, जिसके बाद पूरी टीम रातोंरात ललितपुर से फरार हो गई। जब लोगों को ठगी का पता चला तो उन्होंने थाना कोतवाली ललितपुर में केस नंबर 412/2019 धारा 120बी, 406, 420, 504, 506 में मामला दर्ज कराया।
प्रियंका ने बताया कि पूर्व में इस मामले में कंपनी के डायरेक्टर आशीष श्रीवास्तव को इंदौर (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रियंका सिंह लगातार फरार चल रही थी। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तार महिला को पीजीआइ थाना में दाखिल किया गया है। आगे की जांच और कार्रवाई के लिए ललितपुर जिले के कोतवाली थाने में तैनात विवेचक दारोगा मनोज कुमार मिश्रा कर रहे हैं।
पांच जिलों में दर्ज हैं कई केस
कंपनी बंद होने के बाद लोगों ने एक के बाद एक कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना शुरु किया। एसटीएफ ने बताया कि प्रियंका सिंह के खिलाफ आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर और प्रतापगढ़ में मुकदमे दर्ज हैं। सभी में धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने की धारा लगी है। |