तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, बस्ती। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने कंपोजिट विद्यालय, हर्रैया का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही और अनुशासनहीनता की स्थिति पाई गई। इस तरह की गड़बड़ी पहले भी मिली थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चेतावनी देकर एक महीने का सुधार के लिए समय दिया गया, लेकिन लगातार अनुशासनहीनता और लापरवाही की जा रही थी, जिसके आरोप में बीएसए ने प्रधानाध्यापक राज कुमार तिवारी को निलंबित कर दिया।
पूर्व में भी 15 अक्टूबर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं दो जिला समन्वयक द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक राज कुमार तिवारी को नोटिस जारी कर सुधार हेतु कड़े निर्देश दिए गए थे। फिर भी दूसरी बार निरीक्षण में विद्यालय संचालन एवं शैक्षिक गतिविधि में कोई सुधार नहीं पाया गया। विद्यालय में समय सारिणी के अनुसार कक्षा संचालित होती नहीं पाई गई।
कक्षा एक से पांच तक के छात्र एक ही कमरे में बैठे मिले और क्लास खाली पाई गई, जबकि उक्त विद्यालय में सात शैक्षिक स्टाफ उपस्थित थे। निरीक्षण के समय एक शिक्षक को छोड़कर समस्त स्टाफ इधर उधर घूमते टहलते पाए गए। शिक्षक संदर्शिका एवं अध्यापक डायरी का प्रयोग नहीं पाया गया। बार बार निर्देश देने के क्रम के बावजूद डिजिटल रजिस्टर के माध्यम से छात्र उपस्थिति प्राध्यापक द्वारा नहीं दी जा रही थी।
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इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता और बच्चों के भविष्य से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निरंतर लापरवाही को देखते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और कठोरतम विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
समस्त शैक्षिक स्टाफ को लघु दंड देते हुए तीन वर्ष की वेतन वृद्धि बाधित कर दी गई है। अनुदेशक एवं शिक्षा मित्रों के खिलाफ समिति बनकर संविदा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों को यह स्पष्ट संदेश है कि अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करें। |