दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए मोहसिन के स्वजन विलाप करते हुए। जागरण
जागरण संवाददाता मेरठ। दिल्ली लाल किले पर ब्लास्ट में मारे गए मोहसिन के शव को लेकर परिवार और पत्नी में खींचतान हो रही है। दिल्ली पुलिस की टीम शव को लेकर मेरठ आई है, जबकि पत्नी ने दिल्ली में ही शव मांग लिया है। इसीलिए पुलिस ने परिवार को फिलहाल शव देने से इन्कार किया। पत्नी को दिल्ली से बुलाने की कवायद चल रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार की शाम दिल्ली लाल किले पर कार में हुए बलास्ट में लोहियानगर थाना क्षेत्र के न्यू इस्लामनगर गली नंबर 28 निवासी मोहसीन पुत्र रफीक दो साल पहले पतनी सुलताना दो बच्चों के साथ दिल्ली में जामा मस्जिद स्थित पत्ता मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था। रोजाना की यह सोमवार को ई रिक्शा चलाने के लिए गया था। शाम को एक कार में धमका हुआ, जिसकी चपेट में मोहसिन भी आ गया था।
मौके पर ही मोहसिन मौत हो गयी थी। मौत की जानकारी मिलने पर परिवार के लोग दिल्ली पहुंचे, मोहसिन के भाई का कहना है कि करीब तीन घंटे तक तलाश किया तब जाकर भाई का शव मिला, वहां पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को लेकर मेरठ आ गए, जिस दौरान शव को लेकर मेरठ आ रहे थे। उस दौरान मोहसिन की पत्नी सुल्ताना ने शव लेकर जाने का विरोध किया ओर गाड़ी के आगे लेट गयी थी, पत्नी सुल्ताना चांदनी महल थाने पहुंची ओर शव को दिल्ली लाने की जिद कर रही।
उधर,इसी के चलते फिलहाल पुलिस ने मोहसिन के परिवार को सब देने से इन्कार कर दिया है उसकी पत्नी को बुलाने जद्दोदहद की जा रही है। वह करीब दो साल पहले पत्नी और दो बच्चों के साथ दिल्ली जाकर रहने लगा था, दिल्ली मे ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। |