जागरण संवाददाता, अयोध्या। रामजन्मभूमि परिसर में 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह से जुड़ीं तैयारियां व परिसर की साज-सज्जा समय पर सुनिश्चित करने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने डेडलाइन तय कर दी है।
निर्माण में संलग्न सभी कार्यदायी एजेंसियों को 13 नवंबर तक प्रत्येक स्थिति में परिसर खाली कर देने को कहा गया है, जिससे 15 नवंबर से पूरे परिसर की भव्य सजावट कराई जा सके।
इसके बाद भी यदि कोई निर्माण शेष रहेगा तो उसे आयोजन के उपरांत कराया जाएगा। ट्रस्ट इस बार न केवल राम मंदिर, बल्कि सभी सात पूरक मंदिरों, सप्तमंडपों और कुबेर टीले की भी भव्य साज-सज्जा कराएगा।
सभी मंदिरों पर ध्वजारोहण तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 नवंबर को करेंगे, परंतु इससे पूर्व 21 नवंबर से ही पूजन-अर्चन व विभिन्न अनुष्ठान प्रारंभ हो जाएंगे। इन्हें काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री के नेतृत्व में अयोध्या, काशी व दक्षिण भारत के 108 आचार्य संपन्न कराएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस कारण ट्रस्ट ने लगभग सप्ताह भर पहले से साज-सज्जा शुरू कराने की योजना बनाई है। इसके लिए मंदिरों का निर्माण करने वाली कार्यदायी एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो, पर्यवेक्षणीय एजेंसी टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स, हरियाली विकास कराने वाले जीएमआर समूह, प्रवेश द्वारों का निर्माण कराने वाली एजेंसी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को 13 नवंबर तक संपूर्ण परिसर से मशीन, क्रेन, टावर क्रेन, पत्थर, लोहे के पाइप सहित अन्य निर्माण सामग्री हटा लेने को कहा गया है।
इस बार की साज-सज्जा भव्य और अन्य अवसरों से भिन्न कराने की योजना बनी है, इसलिए 15 नवंबर से यह कार्य शुरू होगा। लगभग आठ सौ मीटर लंबे परकोटे के साथ सभी मंदिरों और वाह्य परिसर को सजाया जााएगा।
जगह-जगह तोरणद्वार बनेंगे, वंदनवार सजाए जाएंगे, रंगोलियां बनेंगी और बिजली की रंगीन झालरों से प्रत्येक प्रकल्पों को जगमगाया जाएगा। इसमें कृत्रिम के साथ प्राकृतिक फूलों का भी प्रयोग होगा। |