जागरण संवाददाता, लखनऊ। पूर्व विश्व सुंदरी और अभिनेत्री मानुषी छिल्लर सोमवार को अवधी संस्कृति से प्रभावित दिखीं। उन्होंने यहां की संस्कृति को दर्शाते परिधान पहन कर रैंप वाक किया। नवोदित माडल को रैंप वाक के मंत्र दिए और उनका उत्साह बढ़ाया। कथक की प्रस्तुतियों ने सांस्कृतिक उत्सव का आनंद बढ़ाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अवध शिल्प ग्राम में आयोजित कार्यक्रम के अंतिम दिन अतिथि पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक उत्सव प्रदेश की कला, संस्कृति और हस्तशिल्प को नई पहचान देते हैं। इससे राज्य की छवि सशक्त होती है। इसके बाद मानुषी छिल्लर और 40 माडल रैंप पर उतरे
। इनमें 32 महिलाएं और आठ पुरुष रहे। डिजाइनर विक्रम फडनीस ने भारतीय परंपरा को वैश्विक स्पर्श दिया। किंशुक भादुड़ी इंडो-फ्यूजन प्रदर्शित किया तो गगन कुमार ने बनारस से प्रेरित आधुनिक फैशन की नई झलक दिखाई। बुशरा जमाल, शाहीन अफरीदी ने भी परिधानों में प्रयोग दिखाए।
नर्तक डा. विकास अवस्थी व सिमरन, खुशी, अनुराधा, श्रेया, आदित्य और वैष्णवी आदि ने नीर भरन कैसे जाऊं सखी... पर जयपुर घराने की बंदिश पर शानदार कथक प्रस्तुत किया। |