आय से अधिक संपत्ति मिलने पर हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस, 32.5 लाख की संपत्ति का नहीं दे सका ब्योरा

deltin33 2025-11-10 20:07:00 views 580
  



जागरण संवाददाता, उरई। पूर्व में जनपद के कदौरा थाने में तैनात रहे हेड कांस्टेबल पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। सिपाही के खिलाफ तैनाती के दौरान 20 जून 2020 में कालपी के ट्रांसपोर्टर बीरेंद्र यादव ने अपर पुलिस महानिदेशक व भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई झांसी में शिकायत की थी। पांच साल चली जांच के बाद टीम ने पाया कि सिपाही ने अपनी कुल आय से करीब 50.19 प्रतिशत अतिरिक्त धनराशि अर्जित की। आरोपित अपनी चल अचल संपत्ति में आय से 32 लाख 55 हजार की संपत्ति का ब्योरा नहीं दे सका। आरोपित सिपाही राजकिशोर भदौरिया वर्तमान में ए-9 विश्व बैंक कालोनी थाना बर्रा दक्षिणी कानपुर नगर में तैनात है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

जनपद बांदा के ग्राम नरायण थाना जसपुरा निवासी राजकिशोर भदौरिया सिपाही के रूप में वर्ष 2020 में कदौरा थाने में तैनात था। सिपाही की ओर से ट्रक चालकों व ट्रांसपोर्टरों से वसूली होने की शिकायत हो रही थी। लगातार इसके उत्पीड़न से कारोबारी परेशान थे। इस दौरान 20 जून 2020 में व्यासपुरा रोड मुहल्ला राजघाट कालपी के ट्रांसपोर्टर बीरेंद्र यादव ने अपर पुलिस महानिदेशक और भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई झांसी को पत्र भेज कर शिकायत की थी। बताया था कि कदौरा थाने में तैनात एसआइ संजय सिंह व सिपाही राजकिशोर भदौरिया के साथ दो अन्य सिपाहियों ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।
इतने वक्त से चल रही थी जांच

मौरंग के ट्रक चालकों से वसूली कर उनको परेशान किया जा रहा है। मामले की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई झांसी की ओर से हो रही थी। पांच वर्षों से दारोगा सहित अन्य सिपाहियों पर जांच जारी थी। इसमें राजकिशोर भदौरिया पर ही आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया है। कदौरा थाने में दी गई तहरीर में झांसी मंडल इकाई भ्रष्टाचार निवारण संगठन प्रभारी शादाब खान ने बताया कि जांच में मिला कि आरोपित सिपाही राजकिशोर भदौरिया वर्तमान निवासी ए-9 विश्वबैंक कालोनी थाना बर्रा द्वारा लोक सेवक के रूप में कुल संपत्ति 64 लाख 85 हजार 801 रुपये की आय अर्जित की गई, इसी दौरान सिपाही ने अपनी चल अचल परिसंपत्तियों के अर्जन भरण पोषण में कुल खर्च 97 लाख 41 हजार 524 किया है।

आय के सापेक्ष 32 लाख 55 हजार 723 रुपये अधिक खर्च किया है जो इनकी अर्जित आय से अधिक है। जिसका ब्योरा सिपाही नहीं दे सका। बताया कि सिपाही के शुरुआती सर्विस पीरियड से लेकर जून 2020 तक अर्जित आय की जांच की गई थी। दो साल पहले हेड कांस्टेबल पर प्रमोशन होने के बाद वह कानपुर नगर स्थानांतरित हो गए थे। वर्तमान में वह हेड कांस्टेबल के रूप में थाना बर्रा दक्षिणी कमिश्नरेट कानपुर नगर में तैनात है।

मुकदमा के बाद रिपोर्ट मुख्यालय भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ भेजी गई है। कदौरा थानाध्यक्ष प्रभात सिंह ने बताया गया कि इस मामले में वर्ष 2020 से जांच चल रही थी जिस पर भ्रष्टाचार निवारण मंडल झांसी प्रभारी शादाब खान द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
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