बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। PTI
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। दूसरे चरण के तहत मंगलवार को होने वाले मतदान में 44 सीटों पर जदयू के प्रत्याशी हैं। प्रत्याशियों की सूची में जदयू ने विरासत की राजनीति पर अपने को केंद्रित किया हुआ है। खुद की विरासत को संभालने के साथ-साथ कई मामले ऐसे हैं जिसके तहत विरासत में मिली राजनीति को संभालने की चुनौती है। वहीं, आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशी ऐसे हैं जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विरासत की राजनीति
विरासत की राजनीति का आशय यह है कि संबंधित सीट पर जदयू के प्रत्याशी कई दशकों से लड़ रहे हैं और जीत रहे हैं। इस श्रेणी में वैसी सीटें भी शामिल हैं जिस पर जदयू के प्रत्याशी अपने स्वजन की सीट पर हैं। विरासत को संभालने वाली सीटाें में सुपौल सीट से लड़ रहे बिजेंद्र प्रसाद यादव का नाम पहले नंबर पर है। उनके नाम यह रिकॉर्ड है कि वह ऊर्जा मंत्री के रूप में भी लगभग डेढ दशक से काम कर रहे हैं।
निर्मली से अनिरुद्ध प्रसाद यादव भी लंबी अवधि से विधायक हैं। अमौर से सबा जफर भी इसी श्रेणी में हैं। रानीगंज से अचमित ऋषिदेव व पिपरा से रामविलास कामत का भी इस श्रेणी में नाम लिया जा सकता है। दामोदर रावत भी कई विधानसभा चुनावों में झाझा से लड़ते रहे हैं। रफीगंज से प्रमोद कुमार सिंह भी इसी श्रेणी में हैं।
विरासत में मिली राजनीति को संभालने की चुनौती
दूसरे चरण के चुनाव में जदयू प्रत्याशियों की सूची में कई नाम ऐसे हैं जिनके समक्ष विरासत में मिली राजनीति को संभालने की चुनौती है। इनमें कहलगांव सीट से लड़ रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश, घोसी से जदयू के पूर्व सांसद अरुण कुमार के पुत्र ऋतुराज कुमार, नवीनगर से आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद, चकाई से पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित कुमार सिंह, सिकटा से पूर्व विधायक दिलीप वर्मा के पुत्र समृद्ध वर्मा व बाबूबरही से मीना कामत का नाम शामिल है।
इनमें ऋतुराज कुमार, व समृद्ध वर्मा पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। पहली बार चुनाव लड़ने वालों में सोनम रानी सरदार, विशाल साह, सतीश साह, श्वेता गुप्ता, नागेंद्र चंद्रवंशी का नाम शामिल है।
चार पूर्व सांसद भी हैं मैदान में
दूसरे चरण के लिए जदयू के प्रत्याशियों की जो सूची है उनमेंं चार पूर्व सांसद भी शामिल हैं। इनमें काराकाट से महाबली सिंह, कदवा से दुलालचंद गोस्वामी व जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी का नाम शामिल है। गोपालपुर से लड़ रहे बुलो मंडल भी सांसद रह चुके हैं।
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