नवंबर के बाद थम सकते हैं धनबाद-गोरखपुर स्पेशल के पहिए।
जागरण संवाददाता, धनबाद: Gorakhpur-Dhanbad Special Train: धनबाद से गोमो, कोडरमा व वाराणसी होकर गोरखपुर के बीच चलने वाली साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के पहिए नवंबर बाद थम सकते हैं। शालीमार-गोरखपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस के विकल्प के तौर पर चलाई गई ट्रेन को अपेक्षाकृत यात्री नहीं मिले। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रविवार को खुली ट्रेन में स्लीपर की सभी सीटें भर गईं पर थर्ड एसी इकोनमी की 406, थर्ड एसी की 55 तो सेकंड एसी की 71 सीटें खाली रहीं। इससे पहले भी अधिकतर खाली सीटों के साथ ही चली। अगले तीन फेरे में भी काफी सीटें खाली हैं। ऐसे में फेरे विस्तार की उम्मीद कम है।
दिल्ली में ही थम रहे धनबाद-जम्मू की ट्रेन के पहिए
धनबाद से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों के फेरे बढ़ने का निर्णय अब तक नहीं हो सका है। सप्ताह में दो दिन धनबाद से जम्मू तक चलने वाली ट्रेन सितंबर से बंद है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जम्मू के बदले धनबाद से दिल्ली तक चल रही है। 29 नवंबर तक धनबाद से दिल्ली तक चलेगी।
दिसंबर से दिल्ली तक चलने वाली ट्रेन के जम्मू तक विस्तार पर अब भी संशय है। जम्मू-पठानकोट में भारी बारिश के कारण धनबाद-जम्मू समेत दूसरी ट्रेनें रद की गईं थी। रद नियमित ट्रेनों की सेवा बहाल कर दी गई है। पर धनबाद से जम्मू तक जानेवाली ट्रेन अब आगे अब भी रेड सिग्नल लगा है।
दूसरी ओर, धनबाद से लोकमान्य तिलक मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेन के फेरे विस्तार को लेकर भी अब तक रेलवे ने घोषणा नहीं की है। दो दिसंबर तक चलने वाली धनबाद-लोमान्य तिलक स्पेशल की सभी श्रेणियों की सीटें फुल हैं।
यात्रियों का शानदार रिस्पांस मिलने के बद भी फेरे विस्तार पर निर्णय नहीं हो सका है। हावड़ा-मुंबई मेल में दिसंबर के पहले सप्ताह स्लीपर में ने रूम तो अन्य श्रेणियों में लंबी वेटिंगलिस्ट है। इससे यात्रियों के सफर पर संकट की स्थिति है।
भुवनेश्वर व चंडीगढ़ के फेरे बढ़ाने की अब तक घोषणा नहीं
धनबाद से भुवनेश्वर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन के फेरे बढ़ाने की भी अब तक घोषणा नहीं हुई है। भुवनेश्वर से 30 नवंबर व धनबाद से एक दिसंबर के बाद टिकट बुकिंग बंद है। धनबाद से चंडीगढ़ के बीच सप्ताह में दो दिन चलने वाली एसी स्पेशल ट्रेन में 28 नवंबर के बाद फेरे विस्तार न होने से टिकटों की बुकिंग बंद है।
भाेपाल के लिए अब तक नहीं चल सकी ट्रेन
धनबाद से भोपाल के लिए सीधी ट्रेन की उम्मीद अब तक पूरी नहीं हो सकी है। सप्ताह में तीन दिन ट्रेन प्रस्तावित है। दोनों ओर से रूट व टाइम टेबल भी लगभग तय है। इसके बाद भी परिचालन तिथि का निर्धारण नहीं हो सका है।
इस ट्रेन के चलने से धनबाद के साथ झारखंड के बड़े हिस्से के यात्रियों को मध्यप्रदेश के कई शहरों तक पहुंचने को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। |