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जागरण संवाददाता, आगरा। आलू बीज वितरण में सहायक उद्यान निरीक्षक और लिपिक के निलंबन के बाद शनिवार को शासन स्तर से बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। मनमाने तरीके से वितरण में आगरा के उप निदेशक उद्यान और जिला उद्यान अधिकारी के साथ निदेशालय में तैनात उप निदेशक आलू को भी शासन ने निलंबित कर दिया है। शासन स्तर से की गई कार्रवाई से खलबली मच गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शासन से आई टीम की जांच के बाद मुख्य आरोपित प्रभारी और कर्मचारी पहले हो चुके हैं निलंबित
लखनऊ से 31 अक्टूबर को एफ वन आलू बीज लेकर ट्रक आगरा के लिए आ रहा था। उसमें 450 बैग आलू बीज के भरे हुए थे। आगरा स्थित प्रकाश कोल्डस्टोरेज पर बीज आना था। यहीं से उन किसानों को वितरित होना था, जिन्होंने पंजीकरण कराया था।। नियमों को ताक पर रख सहायक उद्यान निरीक्षक व आलू बीज प्रभारी संजीव कुमार ने टूंडला टोल के पास चहेते किसानों को बीज का वितरण किया। इससे पहले भी कई आवेदन लापता कर दिए गए और पात्र किसानों को बीज नहीं होने की कह बैरंग किया जा रहा था। किसानों के हंगामे के बाद मामला लखनऊ तक पहुंचा था।
अब शासन स्तर से बड़े जिम्मेदारों पर की गई कार्रवाई
इसके बाद जांच के लिए प्रमुख सचिव उद्यान ने विशेष सचिव रेशम देवेंद्र कुशवाह और संयुक्त निदेशक उद्यान डॉ. सर्वेश कुमार को भेजा था। जिला उद्यान कार्यालय में पत्रावलियों को खंगाला और उद्यान अधिकारियों से जवाब तलब किए। उनके बयान भी दर्ज किए। किसानों से भी वार्ता की थी। जांच रिपोर्ट को प्रमुख सचिव उद्यान को सौंपे जाने के बाद उद्यान निदेशक भानु प्रकाश राम ने सहायक उद्यान निरीक्षक और बीज वितरण प्रभारी संजीव कुमार को निलंबित किया था।
वहीं कनिष्ठ लिपिक को पत्रावलियों में गड़बड़ी आदि के चलते उप निदेशक उद्यान डॉ. धर्मपाल सिंह निलंबित कर दिा था। जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को जिला उद्यान अधिकारी बैजनाथ सिंह, उप निदेशक उद्यान आगरा डॉ. धर्मपाल सिंह और उप निदेशक आलू कौशल कुमार नीरज लखनऊ को निलंबित किया गया है। |