जागरण संवाददाता, मेरठ। शिक्षक संजीव भाटी का परिवार बेटे रजत प्रताप की मौत से टूट चुका हैं। उनका कहना है कि होटल के अंदर रजत ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई। उसके पैर जमीन पर थे, ऐसे में फांसी कैसे लगा सकता है? पुलिस मोबाइल और सीसीटीवी की गहनता से जांच करें। तब रजत की मौत से पर्दा उठ जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने बताया कि रजत के पास आत्महत्या की कोई वजह नहीं थी। आइटी कंपनी में उसका 16 लाख का पैकेज था। शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे थे। रजत से पूछा भी गया था कि वह किसी लड़की से शादी तो नहीं करना चाहता है, तब उसने साफ इन्कार कर दिया था।
रजत भाटी का शव घर पर आते ही पिता संजीव भाटी और मां गीता भाटी फूट फूट कर रो रहे थे। देर शाम परिवार के लोगों ने सूरजकुंड श्मशान में रजत का अंतिम संस्कार कर दिया। संजीव भाटी ने बताया कि तीन साल पहले आइटी कंपनी में रजत की नौकरी लगी थी। इस समय 16 लाख के पैकेज पर नौकरी कर रहा था।
सप्ताह में एक दिन की छुट्टी में भी घर आता था। मंगलवार को उसका वर्क फोर होम था। इसलिए कंपनी में नहीं गया था। वह नोएडा से गाजियाबाद के होटल में कैसे पहुंचा है?
यह हमारी समझ से परे है, जबकि मंगलवार दोपहर को रजत ने अपनी मां गीता से काफी बातचीत की है। उस समय भी नहीं लगा कि रजत सुसाइड कर सकता है। उसके पास सुसाइड की कोई वजह नहीं है। उसके मोबाइल फोन और होटल की सीसीटीवी फुटेज से ही राजफाश हो सकता है। पुलिस से पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
तबीयत खराब होने से इस सप्ताह घर पर नहीं आया था रजत
मां गीता से रजत की बातचीत हुई थी। रजत ने मां को अपनी तबीयत खराब होना बताया था। इसलिए मां ने ही उसे इस सप्ताह घर लौटने से मना कर दिया था। ताकि उसकी तबीयत और न बिगड़ जाए। उसे अपने कमरे पर ही आराम करने के लिए कहा गया था। यही कारण था कि इस सप्ताह वह घर नहीं आया था। परिवार के मन में सवाल पैदा हो रहा है कि अपने कमरे से गाजियाबाद के होटल में रजत कैसे पहुंचा? मंगलवार से ही होटल में था। संजीव भाटी ने बताया कि हमारा बेटा तो चला गया, अब रजत की मौत के पीछे की वजह जानना चाहते है। |