सीबीआई ने हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत केस में गिरफ्तार किया था।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। रिश्वतकांड में गिरफ्तार निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर का पांच दिन का रिमांड खत्म होने पर सीबीआई ने अदालत में पेश किया। सीबीआई ने भुल्लर का पांच दिन का और रिमांड मांगा। कहा कि आय से अधिक मामले में पूछताछ की जानी है। अभी तक की जांच में यह सामने आ चुका है कि भुल्लर न केवल अपना बल्कि आइएएस व आइपीएस अधिकारियों का धन भी प्रापर्टी में निवेश कर रहा था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सीबीआइ की जांच में पंजाब के ऐसे चार आईएएस और 10 आईपीएस अफसरों के नाम सामने आए हैं, जो अपना पैसा प्राॅपर्टी में निवेश कर रहे थे। इसका जरिया पटियाला का रियल एस्टेट कारोबारी भूपिंदर सिंह था। भूपिंदर के घर भी सीबीआई ने दबिश दे चुकी है।
यह भी संभावना जताई जा रही थी कि सीबीआई वीरवार को भुल्लर को अदालत में पेश कर उसका रिमांड बढ़ाने के साथ ही प्रॉपर्टी में निवेश करने वाले अफसरों के नाम भी अदालत में सार्वजनिक कर सकती है। जो अधिकारी सीबीआई के रडार पर आए हैं, इनमें आठ आइपीएस अधिकारी अभी फील्ड में हैं, दो को साइड लाइन की पोस्टिंग मिली है।
इसी तरह चार आईएएस का संबंध किसी न किसी तरह से मंडी गोबिंदगढ़ से जुड़ा है। सीबीआइ की जांच में ट्राईसिटी के कई नामी बिल्डरों व प्राॅपर्टी डीलरों का भी पता चला है, जिनके जरिए अधिकारियों ने प्राॅपर्टी बनाई है। |
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