यस बैंक में एसबीआई का निवेश है।
नई दिल्ली। यस बैंक (Yes Bank) को लेकर आए दिन नई खबरें आती हैं। इसी कड़ी में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने कहा कि बैंक ने यस बैंक में अपने निवेश पर लगभग 14 प्रतिशत (टैक्स-बिफोर) का हेल्दी इंटरनल रिटर्न (IRR) अर्जित किया है। एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि यह परिणाम न सिर्फ रिटर्न के नजरिए से अच्छा है, बल्कि इससे प्रणालीगत रूप से प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक की स्थिरता सुनिश्चित हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, एसबीआई चेयरमैन ने कहा, “यह एक अच्छा आईआरआर है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सुनिश्चित करना था कि इस अहम बैंक को बचाया जाए और उसे वापस पटरी पर लाया जाए।“ उन्होंने कहा कि यस बैंक के पुनर्निर्माण की योजना में हिस्सा लेने का एसबीआई का पहला मकसद लाभ कमाना नहीं, बल्कि उस नाजुक घड़ी में बैंक को वित्तीय स्थिरता को समर्थन देना था।
क्या SBI बेचेगा अपनी हिस्सेदारी?
यस बैंक में एसबीआई की शेष 10 प्रतिशत हिस्सेदारी को लेकर सीएस शेट्टी ने कहा कि अभी यस बैंक से निकलने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, “इस समय हमारे लिए हिस्सेदारी रखने या बेचने की कोई बाध्यता नहीं है इसलिए हम सही समय पर उचित फैसला लेंगे।“
बता दें कि अगस्त में जापानी बैंकिंग फर्म SMBC को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से एसबीआई और सात अन्य शेयरधारकों से यस बैंक में 24.99% हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी मिली थी। मई में 1.6 बिलियन डॉलर में 20% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जो भारत का सबसे बड़ा क्रॉस बॉर्डर फाइनेंशियल सेक्टर मर्जर और अधिग्रहण था। यस बैंक के शेयर 6 नवंबर को 0.65 फीसदी की गिरावट के साथ 22.86 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयर को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।) |