डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्टेशन के पास एक लोकल पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच हुई टक्कर में 11 लोगों की मौत के कुछ घंटों बाद रेलवे बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि दुर्घटना इसलिए हुई क्योंकि ऐसा लग रहा था कि पैसेंजर ट्रेन ने रेड सिग्नल (लाल बत्ती) पार कर लिया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह टक्कर शाम करीब 4 बजे हुई जब DEMU (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन पड़ोसी कोरबा जिले के गेवरा से बिलासपुर जा रही थी। उन्होंने बताया कि ट्रेन गतोरा और बिलासपुर स्टेशनों के बीच पीछे से मालगाड़ी से टकरा गई।
\“रेड सिग्नल पार करने पर हुई दुर्घटना\“
रेलवे बोर्ड की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “रेलवे अधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन द्वारा खतरे में सिग्नल पार करना दुर्घटना का कारण प्रतीत होता है।“
रेलवे ने बयान में कहा, “आज बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी और DEMU लोकल ट्रेन के बीच टक्कर की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। रेलवे प्रशासन ने युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू करने के लिए त्वरित कार्रवाई की है।“
मुआवजे की घोषणा की गई
रेलवे बोर्ड के अनुसार, पीड़ितों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है।
बोर्ड ने कहा, “रेलवे प्रशासन प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। त्वरित राहत उपाय सुनिश्चित करने के लिए ज़िला अधिकारियों और चिकित्सा टीमों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखा जा रहा है।“
इसमें आगे कहा गया है, “रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के स्तर पर घटना की विस्तृत जांच की जाएगी ताकि सटीक कारण का पता लगाया जा सके और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई की सिफारिश की जा सके।“
(समाचार एजेंसी PTI इनपुट के साथ)
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