जागरण संवाददाता, आगरा। आईजीआरएस पर होने वाली शिकायतों की जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मोको पर जाने की जगह थाने में बैठकर जांच और निराकरण किया तो सख्त कार्रवाई होगी। घटनास्थल दूसरे थाने का होने पर सीमा विवाद में फंसाकर पीड़ित को लौटाने की जगह शून्य पर मुकदमा दर्ज करके तत्काल कार्रवाई करें। जिसके बाद संबंधित थाने में मुकदमा स्थानांतरित किया जाए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार को कमिश्नरेट कार्यालय में पाक्षिक अपराध गोष्ठी में अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा एवं आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण की पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने समीक्षा की।
पाक्षिक अपराध गोष्ठी में पुलिस आयुक्त ने थानाध्यक्षों को दिए निर्देश
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने थानाध्यक्षों से कहा कि थाने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की शिकायत सुनी जाए। किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाए। यदि शून्य पर मुकदमा दर्ज करना है तो पंजीकरण करके कार्रवाई की जाए। गैंगस्टर एक्ट के वांछितों की गिरफ्तारी के साथ उनकी धारा 14 (1) में उनकी संपत्ति को जब्त किया जाए।
घटनास्थल दूसरे थाने का होने पर पीड़ित को न लाैटाएं, शून्य पर मुकदमा दर्ज करें
पुलिस आयुक्त ने कहा कि अधीनस्थों से कहा कि आईजीआरएस के प्रार्थना पत्रों की जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।शिकायतों का थानों में बैठकर सत्यापन न किया जाए।जांच अधिकारी मौके पर जाकर शिकायत का निराकरण करें। एंटी रोमियाे टीम को स्कूल-कालेजों पर सक्रिय रखा जाए। महिला संबंधी अपराध के मामलों का फास्ट ट्रैक कोर्ट में जल्द निराकरण सुनिश्चित करें। मेट्रो के निर्माण कार्य को देखते हुए वैकल्पिक मार्गों का सर्वे करने के बाद उनका प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में डीसीपी सोनम कुमार, अतुल शर्मा, अभिषेक अग्रवाल, सैय्यद अली अब्बास समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। |