जागरण संवाददाता, लखनऊ। देवा रोड स्थित पांच मंजिला कपड़ा कोठी (मेगा मार्ट) में मंगलवार देर शाम आग लग गई। लपटें और धुआं निकलता देख अफरा-तफरी मच गई। मार्ट में मौजूद मालिक समेत 15 लोगों ने बाहर भागकर जान बचाई। सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने सात गाड़ियों की मदद से ढाई घंटे में आग पर काबू पाया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) अंकुश मित्तल ने बताया कि दो बार नोटिस जारी किया जा चुका था, लेकिन मानक पूरे नहीं किए गए। ऐसे में तीसरी नोटिस जारी करने के साथ ही एलडीए को भी पत्राचार कर कार्रवाई करने के लिए कहा जाएगा।
सीएफओ ने बताया कि कपड़ा कोठी के मालिक अजय जैन हैं। पांच मंजिला इमारत में अलग-अलग मंजिल पर कपड़ा, फर्नीचर समेत अन्य सामान बेचा जाता है। इसी के पीछे एक होटल भी बना हुआ है। उन्होंने बताया कि देर शाम साढ़े आठ बजे आग लगने की सूचना मिली।
गोमतीनगर, हजरतगंज, पीजीआई समेत अन्य स्टेशनों से दमकल की सात गाड़ियां पहुंचीं। मौके पर पहुंचकर देखा गया कि आग तीसरी से दूसरी मंजिल तक पहुंच गई थी। आग लगने के दौरान बिल्डिंग में मौजूद अजय जैन समेत 15 से अधिक लोगों ने बाहर भागकर जान बचाई थी, इसलिए अंदर कोई मौजूद नहीं था।
आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों ने अलग-अलग तीन हिस्सों में बंटकर प्रयास शुरू किया। हथौड़े से शीशा तोड़ा गया और इसके बाद हौज पाइप लगाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। करीब ढाई घंटे में आग पर काबू पाया गया।
पूछताछ में सामने आया कि बिल्डिंग में आग से बचाव के लिए एक भी उपकरण नहीं थे। बिल्डिंग में गद्दे और फार्म क्षमता से अधिक भरे हुए थे। जांच में यह भी सामने आया कि दो बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन मानक पूरे नहीं किए गए थे।
ऐसे में तीसरा नोटिस जारी किया जा रहा है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए देवा रोड स्थित टाटा टेल्को की भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौजूद थी।
कार्रवाई के लिए एलडीए को लिखा जाएगा पत्र
सीएफओ ने बताया कि बिना मानक के पांच मंजिला इमारत बना दी थी, साथ ही पीछे होटल भी बना दिया है। ऐसे में लखनऊ विकास प्राधिकरण को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। ताकि आम लोगों को खतरा न हो। कार्रवाई होने से मानक भी पूरे किए जाएंगे। |